CHAKRADHARPUR: चक्रधरपुर रेल मंडल के पौसेता व महादेवशाल स्टेशनों के बीच डाउन लाइन में गिरे चट्टानों से टकराने से बाल बाल बची कुर्ला-शालीमार एक्सप्रेस। समय रहते इंजीनिय¨रग विभाग के कर्मियों ने रेल लाइन में डेटोनेटर बांध कर कुर्ला शालीमार एक्सप्रेस को रोक दिया। इस कारण कुर्ला शालीमार एक्सप्रेस अपने निर्धारित समय से डेढ़ घंटे लेट से चक्रधरपुर पहुंची। यह घटना शनिवार की अहले सुबह ब्.फ्0 बजे किलोमीटर पोल संख्या फ्भ्0 के फ्0 से क्8 के बीच घटी। रेलवे ने इस घटना की जांच के आदेश दे दिया है।

यह है पूरा मामला

ट्रेन नंबर क्ख्890 कुर्ला शालीमार एक्सप्रेस क्00 किलोमीटर प्रतिघंटे की रफ्तार से चक्रधरपुर की ओर आ रही थी। इस ट्रेन को बिलासपुर के लोको पायलट डीएस धुवे एवं सहायक लोको पायलट राजीव कुमार सिंह चला रहे थे। कुर्ला एक्सप्रेस शनिवार की अहले सुबह पौसेता स्टेशन से गुजरी थी। जब ट्रेन किलोमीटर पोल संख्या फ्भ्क् का फ्0 के समीप पहुंचने पर ट्रेन के लोको पायलट को डेटोनेटर फटने की तेज आवाज सुनाई दी। खतरे का संकेत पाकर लोको पायलट ने ब्रेक लगाकर ट्रेन की रफ्तार धीमी की। लोको पायलट ने देखा कि डाउन लाइन में बडे़-बड़े चट्टान गिरे हैं। लोको पायलट ने तुरंत ट्रेन को किलोमीटर पोल संख्या फ्भ्0 का फ्ब् के पास सुबह 0भ्:क्0 बजे खड़ा कर दिया। इस बीच लोको पायलट ने देखा कि एक ट्रेकमैन मंटू कुमार मंडल ने दौड़ कर ट्रेन की ओर आ रहा है। ट्रेकमैन ने लोको पायलट को घटना की जानकारी दी। इसके बाद ट्रेन के सहायक लोको पायलट ट्रेकमेन एवं पीडब्ल्यूआइ अरुण कुमार के साथ घटना स्थल जाकर देखा। देखने से पता चला कि डाउन लाइन के बायीं तरफ के पहाड़ में भूस्खलन हुआ है, जिससे बडे बड़े चट्टान रेल लाइन में आकर गिरे हैं। इंजीनिय¨रग विभाग के कर्मियों ने काफी मेहनत करने के बाद डाउन लाइन में गिरी चट्टानों को हटा दिया। उसके बाद सुबह 0म्:00 बजे के करीब कुर्ला एक्सप्रेस को पायल¨टग कर घटना स्थल से धीमी गति से रवाना किया गया। यह ट्रेन चक्रधरपुर स्टेशन अपने निर्धारित समय सुबह 0भ्:फ्0 बजे की जगह सुबह सात बजे (डेढ़ घंटे लेट से) पहुंची।