-स्पेशल कोर्ट ने पेशी के बाद एटीएस को रिमांड पर दिया

-17 जुलाई को मुंबई एयरपोर्ट से हुआ था अरेस्ट

-मध्य प्रदेश एटीएस टीम राजधानी पहुंची, पूछताछ शुरू

LUCKNOW:

लश्कर-ए-तैयबा के आतंकी सलीम खान को फ्राइडे को एटीएस की स्पेशल कोर्ट के सामने पेश किया गया। पीठासीन अधिकारी छवि अस्थाना ने एटीएस के अनुरोध पर उसे सात दिन के लिए पुलिस कस्टडी रिमांड पर दिए जाने का आदेश दिया है।

पुलिस ने मांगी थी 10 दिन की रिमांड

आतंकी सलीम खान को भारी सुरक्षा व्यवस्था के साथ अदालत में पेश किया गया। विवेचक ने अदालत में कहा कि सलीम को बीती 17 जुलाई को मुंबई पुलिस के सहयोग से गिरफ्तार किया गया था। मामला देश की सुरक्षा से जुड़ा होने के कारण विवेचना में समय लग सकता है लिहाजा आरोपी की 10 दिन की पुलिस कस्टडी रिमांड स्वीकृत की जाए। जिस पर कोर्ट ने सलीम को सात दिनों की पुलिस कस्टडी रिमांड पर भेजने का आदेश दिया।

सवा साल तक ली ट्रेनिंग

मामले के विवेचक डिप्टी एसपी डीके पुरी का तर्क था कि अभियुक्त सलीम ने अपने बयानों में कहा है कि उसने अहले हदीस की विचारधारा को मानते हुए लश्कर-ए-तैयबा के प्रशिक्षण केंद्र मुजफ्फराबाद में सवा साल की ट्रेनिंग ली। इसके बाद विदेश जाकर आइएसआइ एजेंटों से प्रभावित होकर देश विरोधी गतिविधियों में लिप्त रहा है। यह भी बयान दिया कि हवाला के जरिये मुंबई, गुजरात, उत्तर प्रदेश के विभिन्न जिलों फैजाबाद, कानपुर, रामपुर एवं इलाहाबाद में अपने संपर्क की मदद से फंडिंग का कार्य किया है। आतंकी ने विवेचक को यह भी आश्वासन दिया है कि वह इन जगहों पर चलकर पहचान करवा सकता है।

मध्य प्रदेश एटीएस ने की पूछताछ

आतंकी सलीम से पूछताछ करने के लिये मध्य प्रदेश एटीएस टीम शुक्रवार सुबह ही लखनऊ पहुंच चुकी थी। कोर्ट से उसकी पुलिस कस्टडी रिमांड मिलते ही टीम ने उससे पूछताछ शुरू कर दी। सूत्रों के मुताबिक, टीम ने उससे मध्य प्रदेश में घटी आतंकी घटनाओं के बारे में पूछताछ की। इसके अलावा आतंकी सलीम से मध्य प्रदेश में मौजूद लश्कर के स्लीपिंग मॉड्यूल्स व प्रदेश में सक्रिय आईएसआई एजेंट्स के बारे में भी पूछताछ की। सूत्रों की मानें तो आतंकी सलीम ने एमपी एटीएस टीम को कुछ अहम जानकारियां दी हैं, जिन्हें भोपाल में मौजूद एटीएस की दूसरी टीम से साझा किया गया है।

सीआरपीएफ कैंप पर अटैक की बात कुबूली

एटीएस सूत्रों के मुताबिक, आतंकी सलीम से हुई पूछताछ में उसने रामपुर स्थित सीआरपीएफ कैंप पर हमले की बात कुबूल की है। उसने बताया कि उसने हमले में शामिल कौसर और शरीफ के साथ पाक अधिकृत कश्मीर स्थित लश्कर के कैंप में सवा साल तक ट्रेनिंग ली थी। रामपुर हमले के बाद उसे लश्कर ने सउदी अरब में ही रहकर एजेंटों व स्लीपिंग मॉड्यूल्स को फंडिंग कर ऑपरेट करने की जिम्मेदारी सौंपी थी। सूत्रों ने बताया कि सलीम ने एटीएस टीम को यूपी में मौजूद आईएसआई एजेंटों के बारे में जानकारियां दी हैं।

हाफिज सईद और लखवी से कर चुका है मुलाकात

सलीम ने पूछताछ के दौरान लश्कर-ए-तैय्यबा के चीफ आतंकी हाफिज सईद और मुंबई हमलों के मास्टरमाइंड जकीउर्रहमान लखवी से मुलाकात की बात कुबूली है। उसने एटीएस टीम को बताया कि मुजफ्फराबाद में ट्रेनिंग के दौरान हाफिज सईद और लखवी कई बार कैंप में आए। इस दौरान उसकी उन दोनों से ही मुलाकात हुई। उसने बताया कि हाफिज सईद ट्रेनिंग के लिये वहां आने वाले आतंकियों को जेहाद के नाम पर भड़काता था।

कैंप में आते थे पाकिस्तानी आर्मी के अफसर

आतंकी सलीम ने बताया कि लश्कर के ट्रेनिंग कैंप में पाकिस्तानी आर्मी के अफसरों का आना-जाना लगा रहता था। उसने बताया कि कई बार तो पाकिस्तानी आर्मी के ट्रेनर्स ने उन लोगों को हथियार चलाने की ट्रेनिंग दी। कैंप में उसे हथियार चलाने के अलावा बम बनाना और उन्हें प्लांट करना भी सिखाया गया।