- एक साल के अंदर सोडियम लाइट्स की जगह लगेंगी एलईडी

DEHRADUN: शहर में लगी सोडियम लाइट्स अब नहीं दिखेंगी। एक साल के अंदर हर स्ट्रीट लाइट्स एलईडी बल्ब की रोशनी से जगमगाएगा। इसको लेकर निगम और भारत सरकार की एनर्जी एफिसिएशन सर्विसेज (ईईएसएल) लिमिटेड के बीच सात साल का करार हुआ है। इनके रखरखाव का जिम्मा भी कंपनी का होगा।

बचेगी ढाई करोड़ की बिजली

नगर निगम हर साल करीब आठ करोड़ रुपये बिजली का भुगतान कर रहा है। एलईडी बल्बों के लगने से हर साल ढाई करोड़ की बिजली बचेगी। हालांकि एलईडी बिजली का रखरखाव करने वाली कंपनी को निगम प्रति वर्ष 5.50 करोड़ का भुगतान करेगा।

7 मिलियन यूनिट बिजली की होगी बचत

जहां सोडियम बल्बों के यूज होने के चलते प्रतिवर्ष निगम 18 मिलियन यूनिट बिजली खर्च करता है, वहीं एलईडी बल्बों के लगने से 7 मिलियन यूनिट बिजली की बचत होगी। निगम के मुताबिक शहर के 60 वार्डो में 42 हजार एलईडी बल्ब लगाये जायेंगे।

मिलेगी अच्छी रोशनी

अभी शहर के सभी वार्डो में 70 वॉट, 150 वॉट, 250 वॉट, 400 वॉट के बल्ब यूज किये जा रहे हैं। इन बल्बों को एलईडी में 35वॉट, 65वॉट, 110वॉट, 190 वॉट में चेंज किया जायेगा। इन बल्बों पर पहले के बल्बों के मुताबिक अच्छी रोश्ानी मिलेगी।

प्वाइंटर---

-शहर में लगेंगे 42 हजार एलईडी।

- एलईडी लगने से प्रतिवर्ष बचेगी 7 मिलियन यूनिट बिजली।

-अभी सोडियम बल्ब कर रहे प्रतिवर्ष 18 मिलियन यूनिट बिजली खर्च।

-ढाई करोड़ की बजली की होगी बचत।

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कंपनी से एग्रीमेंट हो गया है। सोडियम बल्बों को एलईडी में बदला जायेगा। इससे बिजली के बिल में कटौती तो होगी ही, एनर्जी भी सेविंग होगी। इन बल्बों के लगने से पूरा शहर रोशनी से जगमगायेगा।

रवनीत चीमा, मुख्य नगर आयुक्त

शहर के नौ स्थानों से लें सस्ते एलईडी बल्ब व ट्यूबलाइट

DEHRADUN: केंद्र सरकार की उजाला योजना के तहत दून शहर के नौ इलाकों में एलईडी बल्व व ट्यूबलाइट उपभोक्ताओं के लिए उपलब्ध रहेंगी। इनमें टर्नर रोड, बसंत बिहार, ईसी रोड, दिलाराम बजार, बिंदाल, परेड ग्राउंड, पटेल रोड, आराघर, सहस्त्रधारा व ऊर्जा भवन शामिल हैं। लेकिन बताया गया है कि इसके लिए विद्युत उपभोक्ताओं को अपना विद्युत बिल या आधार कार्ड, परिचय पत्र की छायाप्रति लानी जरूरी होगी। यूपीसीएल ने आग्रह किया है वे केंद्र की इस योजना का लाभ उठाएं।

कीमत भी सस्ती

उजाला योजना के तहत उपलब्ध होने वाले एलईडी बल्ब व ट्यूबलाइट की कीमत में नौ वाट का एलईडी बल्ब की कीमत 70 रुपए के साथ तीन साल की वारंटी और ख्0 वाट के एलईडी ट्यूबलाइट की कीमत ख्ख्0 रुपए के साथ तीन साल की वारंटी निर्धारित की गई है। ऐसे ही भ्0 वाट के सीलिंग फेन, जिसकी कीमत क्ख्00 रुपए के साथ दो साल की वारंटी निर्धारित की गई है।

दो पावर हाउसों से उत्पादन रहा बंद

सिल्ट आने से शुक्रवार को मनेरी भाली-द्वितीय पावर हाउस रात से सुबह नौ बजे तक बंद रहा। वहीं मनेरी भाली-प्रथम भी रात से दोपहर एक बजे तक बंद रहा। जिसके कारण विद्युत उत्पादन नहीं हो पाया। लेकिन यूपीसीएल का कहना है कि दो पावर हाउसों से बिजली उत्पादन प्रभावित रहने के बाद भी शाम साढ़े पांच बजे तक किसी क्षेत्र में बिजली की कटौती नहीं की गई। इस प्रकार से यूपीसीएल के पास शुक्रवार को बिजली की कुल उपलब्धता फ्ब्.ब्ख्म् मिलियन यूनिट रही।