- खत्म होने की कगार पर लिक्विड ऑक्सीजन का स्टॉक, ऑपरेटर ने अधिकारियों को पत्र भेज दी जानकारी

GORAKHPUR: बीआरडी मेडिकल कॉलेज में लिक्विड ऑक्सीजन का संकट बरकरार है। गुरुवार को ऑक्सीजन सप्लाई करने वाले टेक्नीशियन ने मेडिकल कॉलेज प्रशासन को पत्र भेज ऑक्सीजन खत्म होने के बारे में जानकारी दी है। वर्तमान में लिक्विड ऑक्सीजन प्लांट की रीडिंग 900 बता रही है। ऐसी दशा में यह लिक्विड ऑक्सीजन जल्द ही समाप्त होने की आशंका जताई जा रही है। यदि ऐसा हुआ तो भर्ती मराजों की जान खतरे में पड़ जाएगी।

चिंताजनक है स्थिति

बीआरडी मेडिकल कॉलेज में दो वर्ष पूर्व लिक्विड ऑक्सीजन का प्लांट लगाया गया। इसके जरिए वार्ड 6, 10, 12, 14 और 100 बेड इंसेफेलाइटिस वार्ड में मरीजों को ऑक्सीजन दी जाती है। आपूर्ति करने वाली फर्म पुष्पा सेल्स के अधिकारी दिपांकर शर्मा ने करीब 64 लाख रुपए बकाया होने पर आपूर्ति ठप करने की सूचना दो दिन पहले प्रिंसिपल को दे दी थी। गुरुवार को सेंटर पाइप लाइन ऑपरेटर ने प्रिंसिपल, एसआईसी, एचओडी एनेस्थिसिया, इंसेफेलाइटिस वार्ड के नोडल अधिकारी को पत्र के जरिए दोबारा लिक्विड ऑक्सीजन सप्लाई का स्टाक बेहद कम होने की जानकारी दी। गुरुवार को लिक्विड आक्सीजन की रीडिंग 900 थी। अगर समय से आक्सीजन नहीं मंगाया गया तो भर्ती मरीजों पर खतरा मंडराने लगेगा।

सप्लाई नहीं मिली तो यह होंगे प्रभावित

- ट्रामा सेंटर

- 100 बेड वाला इंसेफेलाइटिस वार्ड

- इमरजेंसी मेडिसीन वार्ड 14

- एपिडेमिक इमरजेंसी मेडिसीन वार्ड 12

- चिल्ड्रेन वार्ड 6

- वार्ड नंबर 2

- एनेस्थिसिया आईसीयू

- लेबर रूम

वर्जन

ऑक्सीजन का बजट आ गया है। जल्द से जल्द भुगतान कर दिया जाएगा। वहीं सप्लाई की बात है तो इसके लिए ऑक्सीजन गैंस सिलेंडर पर्याप्त मात्रा में हैं।

- डॉ। राजीव मिश्रा, प्रिंसिपल बीआरडी मेडिकल कॉलेज