PATNA: अरे साहब, सुनिए तो तीन दिनों से बोर्ड ऑफिस का चक्कर काट रहा हूं। कोई सुनने वाला नहीं है। मेरी बेटी परीक्षा देने वाली है। पैसा भी जमा कर चुका हूं। फिर भी प्रवेश पत्र नहीं दे रहे हैं। आप ही कुछ कीजिए न। कुछ ऐसा ही नजारा देखने को मिला शुक्रवार को बिहार बोर्ड आफिस में।

कल होनी है टीईटी की परीक्षा

ख्फ् जुलाई को होने वाली टीईटी परीक्षा के लिए सैकड़ों स्टूडेंट्स प्रवेश पत्र के साथ नाम सुधार के लिए बोर्ड के दफ्तर पहुंचे थे। लेकिन किसी ने उनकी एक नहीं सुनी। थक हार कर विभिन्न जिलों के स्टूडेंट्स ने अपनी आवाज सुनाने के लिए आनंद किशोर की मनमानी नहीं चलेगी। हमारी मांगी पूरी करो। ये सरकार निकम्मी है जैसे नारे लगा कर हल्ला बोला। फिर भी किसी अधिकारी के कान पर जूं तक नहीं रेंगा। हंगामे के बीच दैनिक जागरण आई नेक्स्ट की टीम भी पूछताछ काउंटर पहुंची तो वहां का नजारा कुछ और ही था। कर्मचारी कुर्सी छोड़ गायब थे। स्टूडेंट्स भीड़ लगाकर शोर मचा रहे थे। दोपहर करीब क् बजे स्टूडेंट्स का गुस्सा देख बोर्ड की सुरक्षा में लगे सिपाहियों ने टीईटी काउंटर के पास बने गेट को ही बंद कर दिया। हद तो तब हो गई जब वे भी हंगामा देखने में मग्न हो गए।

वर्जन

ऑनलाइन पेमेंट कर चुका हूं फिर भी प्रवेश पत्र नहीं मिला है। बोर्ड ऑफिस का चक्कर काट रहा हूं कुछ समाधान नहीं हो रहा है।

-दिलीप कुमार, स्टूडेंट मोतिहारी

जिंदगी का सवाल है। दो दिनों बाद परीक्षा होने वाली है। और अधिकारी हैं कि हाथ पर हाथ धरे बैठे हैं। कोई कुछ नहीं कहता।

-मो। राशिद हुसैन, स्टूडेंट्स

पैसे का भुगतान कर चुकी हूं, लेकिन अब तक एडमिट कार्ड नहीं मिला है। सुबह से परेशान हूं। यहां कोई सुनने वाला नहीं है।

-अर्चना कुमारी, स्टूडेंट्स सीतामढ़ी

एडमिट कार्ड कब मिलेगा? यह कोई बताने वाला ही नहीं है। चेयरमेन के दावे झूठे हैं। काउंटर से कर्मचारी तक गायब हैं।

-गोपाल देव, झारखंड, दुमका

उम्मीद थी कि सब कुछ ठीक हो जाएगा। लेकिन यहां तो सब गड़बड़झाला है। क्या करूं समझ में नहीं आ रहा है। कैसे परीक्षा दूंगा।

-संजय कुमार, कटिहार