GORAKHPUR: अरुषि मर्डर कांड की तरह शहर में कई वारदातों की गुत्थी नहीं सुलझ सकी है। छोटी मोटी वारदातों को पुलिस यूं ही भूल गई, लेकिन हाई प्रोफाइल मामलों में सुराग के अभाव में पुलिस को फाइनल रिपोर्ट लगानी पड़ी। शुरुआत में तेजी दिखाने वाली पुलिस इस कदर सुस्त पड़ी कि उनकी फाइलों पर धूल चढ़ती चली गई। उन मामलों को भी रद्दी की टोकरी में डाल दिया गया जिनके पर्दाफाश के करीब पुलिस पहुंच चुकी थी। पुलिस अधिकारियों का कहना है कि मामले भले पुराने हो गए हैं। लेकिन समय-समय पर उनकी समीक्षा की जाती है।

केस एक:

पूर्व डिप्टी सचिव की पत्नी की हत्या का मामला

10 अक्टूबर 2015 कैंट एरिया के दाउदपुर मोहल्ले में रहने वाले पूर्व डिप्टी सचिव स्व। कैलाश पति सिंह की पत्नी शांति सिंह की डेड बॉडी कमरे में मिली। नौ अक्टूबर को अंतिम बार लोगों ने उनको देखा था। मोबाइल फोन न उठने पर पड़ोस में रहने वाले रिश्तेदार हालचाल लेने पहुंचे तो घर में ताला बंद देखा। उनकी सूचना पर पुलिस ने ताला तोड़ा तो कमरे में डेड बॉडी मिली। किचन में किसी भारी चीज से हमला करने के बाद उनका गला घोंट दिया गया था। अकेली रहने वाली बुजुर्ग की हत्या के संदेह में नौकरानियों सहित कई लोगों से पूछताछ की गई। काफी प्रयास के बाद हत्या की गुत्थी नहीं सुलझ सकी।

 

केस दो:

व्यापारी के घर हुआ था तेजाब कांड

09 मार्च 2015 को बड़हलगंज कस्बे में चर्चित व्यापारी के घर वारदात हुई। दोपहर में बड़हलगंज कॉलेज रोड पर प्रतिष्ठित व्यापारी रहे स्व। संतोष गुप्ता की पत्नी विंध्वासिनी देवी की गला घोंटकर हत्या कर दी गई। हत्या के बाद उनके बदन को तेजाब से नहला दिया गया था। इस दौरान उनकी बहू शिल्पी भी झुलस गई थी। शिल्पी ने पुलिस को बताया कि दिन में लूटपाट के लिए घर में घुसे बदमाशों ने सास की हत्या कर दी। जांच में पुलिस वारदात के खुलासे के करीब पहुंच गई। लेकिन घर में तार जुड़ने पर इस मामले में प्रभावी कार्रवाई नहीं हो सकी। पुलिस अधिकारियों के दबाव में बड़हलगंज पुलिस बैकफुट पर आ गई थी।

 

केस तीन:

रीजनल मैनेजर मर्डर में नहीं मिला सुराग

29 सितंबर 2016 को रात करीब नौ बजे शाहपुर एरिया के बशारतपुर, अशोक नगर मोहल्ला निवासी सेंट्रल बैंक के रीजनल मैनेजर दीनानाथ यादव की ताबड़तोड़ गोली मारकर हत्या कर दी गई। वह अपनी कार से बैंक का काम निपटाकर घर लौट रहे थे। मोहल्ले में घर के मोड़ के पहले बाइक सवार चार बदमाशों ने उन पर गोलियां चलाई। अज्ञात बदमाशों के खिलाफ हत्या का मामला दर्ज कर पुलिस जांच में जुटी थी। बैंक से लेकर मैनेजर की पूर्व तैनाती स्थल तक के सुराग तलाशे गए। लेकिन पुलिस कोई क्लू नहीं मिल सका। क्राइम ब्रांच से लेकर थाना पुलिस तक जांच में लगी रही। कोई क्लू न मिलने पर पुलिस ने फाइल क्लोज कर दिया।

 

इनका नहीं हो सका पर्दाफाश

शाहपुर एरिया का शशिकला मर्डर कांड

कैंट एरिया में रिटायर बैंक कर्मचारी मर्डर

कैंट थाना क्षेत्र का मोहित शुक्ला हत्याकांड