-शहर को तबाह करने के लिए काफी हैं सद्दन और सुल्तान

-शहर के विभिन्न एरियाज में चल रहा पटाखों का अवैध कारोबार

-गुप्त गोदामों से पूरी रात बिक रहा पटाखा, स्टिंग में हुआ खुलासा

 

GORAKHPUR: दिवाली नजदीक आते ही गोरखपुर पुलिस की कार्रवाई तेज हो गई है, लेकिन इसका असर जमीन पर नहीं दिख रहा है। 18 साल पहले जिस जगह पर भीषण आग लगी थी, वहां आज भी अवैध तरीके से पटाखे बिक रहे हैं। जिससे कभी भी कोई बड़ा हादसा हो सकता है। दैनिक जागरण आई नेक्स्ट के स्टिंग में व्यापारी मॉल लेने के लिए रात में बुला रहा है। वो बकायदा विजटिंग कार्ड भी दे रहा है, जिस पर ओसामा एंड कंपनी का नाम लिखा है। दैनिक जागरण आई नेक्स्ट के पड़ताल में पता चला की सिर्फ नखास और साहबगंज ही नहीं, बल्कि इस वक्त पूरा शहर अवैध पटाखों से पटा पड़ा है। जबकि, पुलिस इक्का-दुक्का जगहों पर छापेमारी कर अपनी पीठ थपथपा रही है।

छोटेकाजीपुर में भरा है पटाखा

कोतवाली एरिया स्थित छोटेकजीपुर में अवैध पटाखों की दुकान घर के अंदर चल रही है। पड़ताल में पता चला कि व्यापारी की दुकान दूसरे जगह है, लेकिन उसका पूरा कारोबार घर से चलता है। यहां भारी मात्रा में पटाखे हैं, जो रात 10 बजे के बाद भेजे जाते हैं। हालांकि पुलिस कार्रवाई के बाद यह काम पूरी सतर्कता के साथ किया जा रहा है।

रात में घर पर आओ, तब मिलेगा पटाखा

जब दैनिक जागरण आई नेक्स्ट टीम ने दुकान पर जाकर पटाखा खरीदने की बात की तो व्यापारी ने रात 10 बजे के बाद घर पर आने को कहा। इतना ही नहीं उसने टीम को अपना विजिटिंग कार्ड भी दिया, जिस पर ओसामा एंड कंपनी का नाम लिखा है। उसने कहा कि आने से पहले फोन करके आना। वैसे गुरुवार शाम सुल्तान के साहबगंज स्थित दुकान पर छापेमारी के बाद सतर्कता बढ़ा दी गई है।

नखास पर है कई गुप्त गोदाम

दैनिक जागरण आई नेक्स्ट की पड़ताल में पता चला कि नखास इलाके में कई गुप्त गोदाम हैं, जहां से पटाखों की बिक्री होती है। नखास इलाके में कई नए व्यापारी भी इन दिनों अवैध पटाखों की बिक्री कर रहे हैं। यह गुप्त गोदामें रिहाइशी इलाके में स्थित है।

यहां तो हर घर में बनता है पटाखा

शहर में कई ऐसे मोहल्ले हैं जहां हर घर में देसी पटाखा बन रहा है। यह जगह कहीं और नहीं बल्कि कोतवाली एरिया के रुद्दलपुर मोहल्ले में है। रुद्दलपुर में शायद ही कोई ऐसा घर है, जहां सिर्फ पुरुष ही नहीं बल्कि महिलाएं और बच्चे भी देसी बम बना रहे हैं। इसके अलावा भी चिलुवाताल एरिया के मोहरीपुर से लेकर नौसढ़ तक घर-घर में अवैध पटाखों की फैक्ट्री चलती मिली।

सूत्रों की मानें तो शहर के एक बड़े व्यापारी ने साहबगंज, इलाहीबाग, शाहपुर, रेती के अलावा भी कई अपने गुप्त गोदाम बना रखे हैं। इसकी जानकारी व्यापारी के अलावा सिर्फ उसके दोनों बेटों को ही है।

कई बार हो चुका है हादसा

अवैध पटाखों के इस कारोबार से शहर में कई बार बड़े हादसे हो चुके हैं और इसमें कई जानें भी जा चुकी हैं। 1999 में सद्दन खान के छोटेकाजीपुर स्थित घर पर बने पटाखों के गोदाम में भीषण आग लग गई थी। आग पर काबू पाने में प्रशासन को तीन दिन लग गए थे। इसके अलावा 1986 में नखास स्थित पटाखों की गोदाम में भी आग लगी थी। इसमें दो-तीन लोगों की मौत भी हुई थी।

 

यहां भी चल रहा कारोबार

-कोतवाली एरिया के तरंग रेलवे क्रासिंग पर

-नौसढ़ पर चल रही आधा दर्जन अवैध पटाखों की फैक्ट्री

-चिलुवाताल के बरगदवा और मोहरीपुर में खुलेआम सड़क पर चल रही पटाखा फैक्ट्री

-गोरखनाथ एरिया के रसूलपुर में भी बन रहा देसी बम

-कोतवाली एरिया में कई जगहों पर चल रहा पटाखों का कारोबार

-हुमांयुपुर और पांडेय हाता के कई घरों में भरा है पटाखा