- बाढ़ प्रभावित एरिया में तीन दिनों में सेल्फी के चक्कर में गई छह की जान

- जिला प्रशासन ने जारी किया अलर्ट, सेल्फी से दूर रहने की अपील

GORAKHPUR: सेल्फी के जरिए सोशल मीडिया पर लाइक, कमेंट्स की वाहवाही तो ठीक है लेकिन इसकी कीमत जान हो तो इससे बचना ही सही है। बाढ़ प्रभावित एरिया में पानी के बीच में सेल्फी लेने का आपका शौक आपकी जान पर भारी पड़ सकता है। जी हां, आंकड़े बता रहे हैं कि सिर्फ तीन दिन में सेल्फी के चक्कर में छह लोगों की जान जा चुकी है। अब तो जिला प्रशासन ने भी अलर्ट जारी कर दिया है। डीएम ने सेल्फी लेने पर रोक लगाते हुए कहा है कि ऐसा होने पर अपने साथ होने वाले हादसे के लिए आप खुद जिम्मेदार होंगे।

सेल्फी लेते हुए बह गए

जिले में गुरुवार से ही बाढ़ की तबाही जारी है। शहर के बाढ़ प्रभावित इलाकों में मददगारों से ज्यादा तमाशबीनों का तांता लगा हुआ है। बाढ़ में फंसे लोगों को राहत देने के बजाय तमाम लोग खतरनाक जगहों पर सेल्फी लेने में लगे हैं। इस कारण तीन दिनों के भीतर छह लोग पानी में समा चुके हैं। वहीं बाढ़ की चपेट में आने से कुल 19 लोग पानी में समा चुके हैं।

इतने हादसे

शुक्रवार : रोहिन नदी के अकटहवाघाट पर सेल्फी के चक्कर में एक किशोर पानी में समा गया।

सोमवार : बेलीपार एरिया में साइकिल धोने की सेल्फी ले रहे दो किशोर पानी में बह गए।

मंगलवार : राजघाट एरिया में तीन युवक हादसे के शिकार हुए।

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जिला प्रशासन ने जारी की गाइड लाइन

- बाढ़ प्रभावित इलाकों में बेवजह जाने से बचें। सिर्फ राहत-बचाव के लिए ही पहुंचें।

- बाढ़ के पानी में नहाने का प्रयास न करें। नदी की धारा की तरफ कतई न जाएं।

- टॉयर-ट्यूब, थर्मोकोल अन्य जुगाड़ वाले बोट पर मौज मस्ती के लिए न चढ़ें।

- बांध पर दबाव बना हुआ है। कटान की संभावना को देखते हुए तमाशा देखने से बचें।

- सेल्फी लेने, मौज-मस्ती करने वालों के डूबने पर उनकी खुद की जिम्मेदारी होगी।

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