RANCHI: लंबे समय तक महंगाई का दंश झेल चुके लोगों के लिए सर्दी का मौसम राहत लेकर आया है। ठंड के इस मौसम में उत्पादन अधिक होने से जहां साग-सब्जियां सस्ती हो गई हैं। वहीं शादी का सीजन ऑफ होने और खरमास शुरू होने के कारण जेवरात भी सस्ते हो गए हैं। खरमास में सोना-चांदी के भाव लगातार गिरते ही जा रही हैं। इतना ही नहीं, बैंकों ने भी सस्ते होम लोन देने शुरू कर दिए हैं, जबकि कार की खरीदारी का भी यह बेस्ट चांस है। इसकी कीमत पर चार फीसदी की छूट दिसंबर तक दी जा रही है। बाजार में महंगाई पस्त हो गई है, वहीं ग्राहक और दुकानदार दोनों मस्त हैं।

सस्ता है भईया, झोलियां भर-भर खरीदो

-सब्जी खरीदते ग्राहक

सर्दी के इस मौसम में एक ओर जहां बाजार किस्म-किस्म की सब्जियों से गुलजार है, वहीं कीमत कम होने पर लोग झोली भर-भर कर सब्जियां खरीद रहे हैं। सब्जियों के दाम का जायजा हमने लालपुर, कोकर, डेली मार्केट और डोरंडा सब्जी बाजार से लिया। अलग-अलग बाजारों में भले ही सब्जी के दाम में दो-तीन रुपए का फर्क दिखा, लेकिन महीने भर पहले से अभी लगभग हर बाजार में सब्जियां सस्ती बिक रही हैं। बाजार में एक महीने पहले और अभी की सब्जियों के दाम पता करने पर पता चला कि इसमें आई गिरावट, महंगाई को मात दे रही हैं। मेथी, पालक, लाल साग, चना साग जहां पांच रुपए बंडल बिक रहे हैं, वहीं सरसों साग फिलहाल दस रुपए मिल रहा है।

महीने भर में सब्जियों की घटी कीमत

वर्तमान दर एक माह पूर्व की दर

सफेद आलू 15रु 18रु

लाल आलू 12 से 16 20 से 22

प्याज 20 25 से 28

लहसुन 40 50 से 60

मिर्च 55 60

धनियापत्ता 80 120

अदरक 140 150

मटर 40 80

गोभी 10 30

पत्तागोभी 10 20

टमाटर 10 से ़12 25

बैंगन 16 25

करेला 30 से 35 40

बिंस 20 25

ब्रॉकली 25 40

भींडी 25 से 30 35

परवल 30 40

खीरा 16 से 20 25

नोट: सब्जियों की कीमत रुपए प्रति किग्रा है

कहते हैं विक्रेता

पंडरा से यहां के सभी बाजारों में सिर्फ आलू-प्याज पहुंचता है। इनके दाम में आई गिरावट से हमारी ब्रिकी भी बढ़ी है। वैसे भी इस साल आलू के ट्रक बंगाल में रोके जाने की वजह से हमें कई बार मुश्किलों का सामना करना पड़ा, लेकिन इन दिनों माल भी पर्याप्त है और दाम कम होने की वजह से ब्रिकी भी अच्छी हो रही है।

-धर्मेद्र, थोक विक्रेता, आलू-प्याज, लालपुर

कहते हैं खरीदार

सर्दी में कई प्रकार की सब्जियां बाजार में आ जाती हैं। बाजार में इस वक्त इनके भाव हमें राहत दे रहे हैं। ऐसे में हम लोग कम से कम सारी सब्जियों का लुत्फ आसानी से उठा रहे हैं। जिन सब्जियों के दाम महीने भर पहले आसमान छू रहे थे, वे अब आम लोगों के बजट में आसानी से आ रहे हैं।

राखी, खरीदार