RANCHI : डेढ़ साल पहले बैंक से कर्ज लेकर बेटी नीतू चटर्जी की धूमधाम से शादी करनेवाले तापस बनर्जी अब अपनी बेटी की जिंदगी की दुआएं मांग रहे हैं। दहेज के लोभी ससुराल वालों ने उसे जिंदा जला दिया। वह 85 परसेंट तक जल चुकी हैं। देवकमल हॉस्पिटल में उसका इलाज चल रहा है। हालत नाजुक है, पर जिंदगी के लिए संघर्ष जारी है। नीतू को नौ माह की एक बेटी भी है। इधर, बेटी के गुनहगारों को सजा दिलाने के लिए पिता का संघर्ष जारी है। उन्होंने कर्रा थाना में प्राथमिकी दर्ज करा दी है। इसमें पति समेत ससुराल वालों को आरोपी बनाया गया है।

13 अगस्त की है घटना

पिता तापस बनर्जी के मुताबिक, दहेज की खातिर ससुराल वाले शादी के बाद से ही उसकी बेटी को प्रताडि़त करते आ रहे थे। शादी के वक्त ही दहेज में कैश समेत तमाम जरूरी सामान दिए थे, पर वे इससे संतुष्ट नहीं थे। उसे बार-बार इसके लिए प्रताडि़त किया जाता था कि वह मायके से और कैश लाने का दबाव बना रहे थे। इस बाबत उसके साथ अक्सर मारपीट भी की जाती थी। इतना ही नहीं, उसे मायके में बात भी नहीं करने दिया जाता था। इस बाबत दो-तीन बार समझौता भी करने का प्रयास किया, पर बात नहीं बनी। 13 अगस्त को पति और सास समेत ससुराल के कुछ और लोगों ने उसे जिंदा जला दिया।

बैंक से लोन लेकर बेटी की धूमधाम से की थी शादी

नामकुम के रहनेवाले और पेशे से ऑटो चालक तापस बनर्जी के मुताबिक, 11 मई, 2015 को कर्रा ब्लॉक में काम करने वाले असीत बनर्जी के साथ उन्होंने अपनी बेटी की धूमधाम से शादी की शादी को लेकर उनके सभी डिमांड पूरे किए थे। दहेज में कैश व जेवरात समेत कई सामान भी दिए थे। धूमधाम से शादी करने की खातिर बैंक से 7.50 लाख रूपए कर्ज लिए थे। अभी भी तीन लाख रुपए लोन बचा हुआ है। लेकिन, दहेज के लोभी ससुराल वालों ने उनकी बेटी की जिंदगी ही छीन ली।