- मेडिकल कॉलेज में इलाज के लिए दर-दर भटक रहे मरीज

- 6 घंटे इलाज के लिए ओपीडी और इमरजेंसी में भटकता रहा पेशेंट

- सीएमएस से गुहार लगाने के बाद मरीज को मिला इलाज

मेरठ। सीएम योगी आदित्यनाथ के दौर के दौरान मेडिकल कॉलेज की दुरस्त व्यवस्थाएं कुछ दिनों में बेपर्दा हो गई हैं। हालत यह है कि पानी, बिजली से इतर मरीजों को इलाज के लिए भी जंग लड़नी पड़ रही है। इमरजेंसी के मरीजों को भी डॉक्टर नो एंट्री के बोर्ड दिखाकर भटका रहे हैं।

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केस-1

तड़तपते मरीज, बेरहम डॉक्टर

मवाना निवासी नसीम (उम्र 50 वर्ष) का मंगलवार को सीढि़यों से गिर जाने की वजह से सिर फट गया था। लहूलुहान हालत में परिजन उसे सुबह 10 बजे मेडिकल की इमरजेंसी में लेकर पहुंचे। यहां ड्यूटी पर मौजूद डॉक्टर ने इलाज करने से मना कर दिया और ओपीडी भेज दिया। इसके बाद ओपीडी के डॉक्टर्स ने भी बिना बात सुने उन्हें एक बार फिर इमरजेंसी रवाना कर दिया। डॉक्टरों के इस रवैये के बीच दो बज गए और ओपीडी बंद हो गई। तमाम जददोजहद के बाद नसीम के परिजनों ने सीएमएस से गुहार लगाई। इसके बाद शाम को तकरीबन 4 बजे नसीम को इमरजेंसी में इलाज मिल सका।

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वर्जन

हम सुबह से यहां-वहां भटक रहे हैं। कोई सीधे मुंह बात ही नहीं करता.हमारा मरीज नाजुक हालात में था इसके बाद भी यहां डॉक्टर्स का दिल नहीं पसीजा।

मो। अलीम, तीमारदार

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हमारे यहां न्यूरो फिजिशयन नहीं हैं, इसलिए थोड़ी दिक्कत आ गई थी।

डॉ। नितिन, ईएमओ।

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मेरे पास पेशेंट शिकायत लेकर आए थे। उनको इमरजेंसी में एडमिट करने के लिए कह दिया था।

डॉ। विभू साहनी, सीएमएस। मेडिकल कॉलेज

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केस- 2

'धक्के मारकर निकाल दूंगा'

मेडिकल कॉलेज में डॉक्टरों की अभद्रता से भी मरीजों को दो चार होना पड़ रहा है। बुलंदशहर निवासी दुष्यंत सिंह ने डॉक्टर के बुरे बर्ताव से आहत होकर सीएमएस को लिखित शिकायत दी। उन्होंने बताया उनकी माता शांति देवी की गंभीर स्थिति होने के कारण उन्हें 12 मई को एडमिट करवाया गया था। उन्होंने आरोप लगाया कि डॉक्टर अरविंद ने उत्पीड़न किया। कई बार मरीज शांति देवी से अपशब्द कहे, जबकि मंगलवार को मरीज की स्थिति गंभीर होते हुए भी डॉक्टर ने जबरन डिस्चार्ज कर दिया। आरोप है कि डॉक्टर ने कहा कि अगर यहां से नहीं गए तो धक्के मारकर बाहर निकाल दिया जाएगा।

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इस तरह की काफी शिकायतें आ रही है। इन पर हम जल्द ही एक्शन लेंगे। मरीजों की समस्याओं को दूर करने का हर संभव प्रयास किया जाएगा।

-डॉ। एस। के गर्ग, एक्टिंग प्रिंसिपल, मेडिकल कॉलेज