-गवर्नमेंट मेंटल हॉस्पिटल पांडेयपुर में एडमिट बीमार के साथ एक सप्ताह तक रह सकता है तीमारदार

-30 बेड का बनाया गया है फैमिली वॉर्ड, सभी सुविधाएं कराई जा रही हैं मुहैया

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सामान्य हॉस्पिटल की तरह अब मेंटल हॉस्पिटल में भी परिवार का एक शख्स मरीज के साथ रह सकता है। पहले की तरह नहीं कि एक बार मेंटल हॉस्पिटल में एडमिट करा दिया तो फिर दोबारा मिलने के लिए एक सप्ताह तक वेट करना पड़ेगा। अब परिवार के सदस्य मरीज के साथ एक सप्ताह तक रहकर उसके इलाज को देख सकते हैं। जान व समझ सकते हैं। मेंटल हॉस्पिटल में मरीज के साथ परिवार को रहने के लिए बाकायदा 30 बेड का फैमिली वॉर्ड बनाया गया है। यहां भोजन-पानी सभी सुविधाएं मुहैया कराई जा रही हैं।

अब सात दिन बाद नहीं मौका

पहले इलाज के लिए आने वाले मरीजों को तुरंत अंदर रख लिया जाता था और परिजनों को बाहर कर दिया जाता था। सप्ताह में एक दिन या फिर पेशेंट की कंडीशन देखने के बाद परिजनों को मिलने का मौका दिया जाता था। लेकिन अब फैमिली वॉर्ड में पेशेंट के साथ परिवार का एक सदस्य रहकर उसकी देखभाल कर सकता है। सात दिन के अंदर मरीज में यदि सुधार होता है तो फिर उसे डिस्चार्ज कर दिया जाता है लेकिन यदि सुधार नहीं होता है तो फिर उसे अंदर के वॉर्ड में रखा जाता है। जहां किसी को जाने की अनुमति नहीं होती है।

यूपी-बिहार से आते हैं पेशेंट्स

बनारस सहित पूर्वाचल, बिहार, एमपी तक के पेशेंट्स मेंटल हॉस्पिटल में चेकअप कराने के लिए पहुंचते हैं। तीन से चार ओपीडी मिलाकर रोजाना लगभग छह सौ मरीजों को देखा जाता है। इसमें सीरियस कंडीशन वाले केस को एडमिट किया जाता है। परिजनों से विचार विमर्श के बाद ही पेशेंट को एडमिट किया जाता है।

फैमिली वार्ड में अब एक सप्ताह तक पेशेंट के साथ परिवार का एक सदस्य रहकर उसके चेकअप का हाल जान सकता है। वॉर्ड में सभी सुविधाएं मुहैया कराई जाती हैं।

डॉ। अमरेंद्र कुमार, प्रमुख अधीक्षक

राजकीय मानसिक चिकित्सालय