-दूध के महंगे हुए दाम से बंद हुई चाय की दुकानें, दुधिये काट रहे चांदी, ऊंचे दामों पर बेच रहे अपना माल

- 80 से 90 रुपये प्रति लीटर आसमान छू रहे दूध के दाम ने लोगों को रुलाया

VARANASI

शादी के लगन का पारा टाइट होते ही लोग चाय के लिए तरसने लगे हैं। दूध केआसमान छूते दामों से शहर में ज्यादातर चाय की दुकानें बंद हो गयी हैं। बाजार में भी दूध नसीब नहीं हो पा रहा है। इसका फायदा दुधिये उठा रहे हैं। ऊंचे दामों पर अपना माल बेचकर चांदी काट रहे हैं। हालात संभालने के लिए पैकेट बंद दूध की बिक्री की जा रही है लेकिन वह भी नाकाफी साबित हो रही है। अचानक दूध का शार्टेज होने से लोग परेशान हैं।

ब्0 रुपये तक बढ़ा दाम

लगन और समर सीजन के चलते ब्0 से भ्0 रुपये प्रति लीटर से दूध के दामों ने 80 से 90 रुपये प्रति लीटर की छलांग लगायी है। बीते अप्रैल महीने में दूध के दामों में बेतहाशा वृद्धि नहीं हुई थी। मई का महीना आते ही इसके दाम आसमान छूने लगे हैं। खास वैवाहिक लगन वाले दिन दूध का दाम सौ का आंकड़ा भी पार कर जा रहा है।

पैकेट बंद दूध भी नाकाफी

मार्केट में अचानक दूध की शॉर्टेज होने से पैकेट बंद दूध की डिमांड और बढ़ गयी है। दुग्ध डेयरी और सहकारी इकाइयां भी इस डिमांड को पूरा नहीं कर पा रही हैं। हालात ये हैं कि दुकान तो अपनी जगह घर में भी चाय को लोग तरसने लगे हैं।

हाईलाइट्स

90

रुपये प्रति लीटर विशेश्वरगंज मंडी

क्क्0

रुपये प्रति लीटर गौदोलिया मंडी

90

रुपये प्रति लीटर पाण्डेयपुर मंडी

क्00

रुपये प्रति लीटर इंग्लिशिया लाइन मंडी

नोट- सभी आंकड़े रविवार को मंडी के रेट पर आधारित हैं।

इन दिनों अचानक पैकेट बंद दूध की डिमांड बढ़ गयी है। दुधियों ने भी आना कम कर दिया है। अप्रैल लास्ट से जुलाई तक ये सीजन ऐसे ही चलता है।

कैलाश सिंह, दुकानदार

दूध के रेट बढ़ने से सबसे ज्यादा हाउस वाइफ को परेशानी हो रही है। घर चलाने के लिए उनका बजट बिगड़ जा रहा है। दूध आवश्यकता की चीज है, इसलिए इसके दामों में इतनी वृद्धि ठीक नहीं है।

प्रभात समदर्शी, ऑफिस गोइंग पर्सन