- वूमेन पावरलाइन ने 100 मनचलों को डाला मोस्ट वांटेड लिस्ट में

- फर्जी आईडी पर सिम लेकर युवतियों से कर रहे छेड़खानी

- 75 मोबाइल फोन से तो 25 नेट कॉलिंग से करतूत को दे रहे अंजाम

pankaj.awasthi@inext.co.in

LUCKNOW :

वूमेन पावरलाइन के काउंसलर्स के समझाने या धमकाने के बावजूद प्रदेश भर के 100 मनचले अपनी करतूत से बाज आने का नाम नहीं ले रहे। ऐसे मनचलों को अब वूमेन पावरलाइन ने मजा चखाने की ठानी है और उनका नंबर मोस्ट वांटेड लिस्ट में दर्ज कर दिया है। पर, इन मनचलों तक पहुंचना टेढ़ी खीर साबित हो रहा है। दरअसल, लिस्ट में शामिल किये गए 75 मनचलों ने फेक आईडी पर सिम ले रखे हैं। वहीं, 25 मनचले ऐसे हैं जो नेट कॉलिंग के जरिए अपनी करतूतों को अंजाम दे रहे हैं। हालांकि, अब इन मनचलों की पहचान और उन्हें उनके कर्मो की सजा दिलाने के लिये पावर लाइन कर्मी जुट गए हैं।

पूर्वाचल के मनचलों की संख्या ज्यादा

वूमेन पावरलाइन ने जिन 100 मनचलों को मोस्ट वांटेड की लिस्ट में शामिल किया है, उनमें से अधिकांश प्रदेश के पूर्वाचल के जिलों से हैं। दरअसल, फेक आईडी पर सिम होने का पता चलने के बाद पावर लाइन ने इनकी लोकेशन निकलवाई तो यह हकीकत पता चली कि उनके मोबाइल नंबर पूर्वाचल के जिलों में एक्टिव हैं। कुछ नंबर पश्चिमी व सेंट्रल यूपी से भी हैं। गौरतलब है कि लिस्ट में उन मनचलों को शामिल किया गया है, जिन्होंने समझाने के बावजूद पीडि़ताओं को परेशान करना नहीं छोड़ा। कई तो 10 से अधिक पीडि़ताओं को एक साथ परेशान करने में जुटे हैं।

नेट कॉलर्स का पता लगाना मुश्किल

मोबाइल फोन से छेड़खानी करने वाले मनचलों का पता लगाने के लिये तो पावरलाइन की सर्विलांस विंग जुट गई है। उम्मीद की जा रही है कि इनका पता जल्द लगा लिया जाएगा। लेकिन, नेट कॉलिंग के जरिए छेड़खानी करने वाले मनचलों का पता लगाना मुश्किल है। वूमेन पावरलाइन में तैनात अधिकारी ने बताया कि ऐसे मनचलों का पता लगाने के लिये कॉल लैंडिंग वाली वेबसाइट का पता किया जाता है। नेट कॉलिंग कराने वाली वेबसाइट के सर्वर विदेश में होने की वजह से इनसे डिटेल निकलवाने में लंबा वक्त जाया होता है। जिसके बाद कॉल जेनरेट करने वाले आईपी तक पहुंचा जाता है। तब कहीं जाकर कॉल करने वाले मनचले का पता चल सकेगा।

लखनऊ अब भी नंबर 1

शुरुआत से ही छेड़खानी की शिकायतों में पहली पायदान पर अपनी जगह बनाए रखने वाले लखनऊ ने इस साल के शुरुआती 10 महीनों में भी अपना पहला स्थान बरकरार रखा है। 15 नवंबर 2012 में वूमेन पावर लाइन की शुरुआत से अब तक कुल 8.10 लाख शिकायतों में अकेले लखनऊ से 1.53 लाख शिकायतें दर्ज की गई। दूसरे नंबर पर कानपुर, तीसरे पर इलाहाबाद, चौथे पर वाराणसी और पांचवे पर गोरखपुर हैं। वहीं, कम शिकायतों की बात करें तो छोटे जिलों से कम शिकायतें दर्ज की गई हैं। इनमें श्रावस्ती से 1194, ललितपुर से 2082, कासगंज से 2270, चित्रकूट से 2273 और कौशांबी से 2434 मामले सामने आए।