-बीआरडी मेडिकल कॉलेज का मामला

-परिजन मरीज के अल्ट्रासाउंड के लिए दिन भर लगाते रहे विभाग का चक्कर

-स्टाफ नर्स से गायब की दी बीएचटी तो डॉक्टर्स ने तीमारदार पर उतार दिया गुस्सा

GORAKHPUR: बीआरडी मेडिकल कॉलेज में आए दिन डॉक्टर्स द्वारा मरीज के तीमारदारों से बदसलूकी का मामला प्रकाश में आ रहा है। लेकिन मेडिकल कॉलेज इस पर कोई ठोस कदम नहीं उठा रहा है। वाक्या बीते दिन का है। बीआरडी में डॉक्टर्स ने मरीज के पिता के साथ दु‌र्व्यवाहर किया और उनका कान पकड़ का ऐंठ दिया। इसकी जानकारी डीएम कार्यालय तक पहुंची तो मेडिकल कॉलेज के अफसरों के होश उड़ गए। आनन-फानन में मरीज का इलाज शुरू कर दिया।

देवरिया जिले के रामपुर कारखाना निवासी विशाल पुत्र रामनगीना को बुधवार की शाम पेट में चाकू लगने के कारण गंभीर हालत में ट्रामा सेंटर के पीओपी वार्ड के बेड नंबर 19 पर भर्ती किया गया। गुरुवार सुबह डॉक्टर्स ने अल्ट्रासाउंड कराने की सलाह दी। घरवाले सुबह से लेकर शाम 4 बजे तक रेडियोलॉजी विभाग में खड़े रहे। मगर अल्ट्रासाउंड नहीं हो पाया। परिजन बीएचटी लेकर पीओपी वार्ड में वापस चले आए और बीएचटी को ड्यूटी पर तैनात नर्स को दे दिया। शुक्रवार सुबह जब अल्ट्रासाउंड के लिए बीएचटी खोजना शुरू हुआ तो नहीं मिला। इस पर डॉक्टर्स ने मरीज के पिता को डांटने फटकारन लगे और कान पकड़कर मोड़ दिया।

डीएम का ड्राइवर है अंगद

मरीज के पिता ने अपने एक रिश्तेदार के पास फोन किया जो डीएम का ड्राइवर है और पूरी बात बताई। इसी बीच डीएम कार्यालय से जब प्रिंसिपल डॉ। गणेश कुमार के पास फोन गया तो फौरन आला अफसर हरकत में आ गए। तत्काल डॉक्टर्स ने बीएचअी खोजकर लाया और मरीज का इलाज शुरू किया। इसके बाद मरीज को सर्जरी वार्ड संख्या 8 के बेड नंबर 16 पर शिफ्ट कर दिया।