आई एक्सक्लूसिव

* आगरा-लखनऊ एक्सप्रेस वे की गलतियों से लिया सबक

* अब गूगल मैप नहीं, फील्ड सर्वे से तय होगा एलाइनमेंट

* पूर्वांचल एक्सप्रेस बनाने से पहले सरकारी इमारतों का हटना शुरूशिफ्टिंग को दिए 400 करोड़

LUCKNOW (lucknow@inext.co.in)। इतना ही नहीं, पूर्वांचल एक्सप्रेस वे के निर्माण से पूर्व रास्ते में पडऩे वाली सरकारी इमारतों को हटाने का काम यूपीडा ने पहले से शुरू कर दिया है। इसके लिए संबंधित जिलों के डीएम को यूपीडा सीधे बजट आवंटित कर रहा है ताकि वह इन्हें हटाकर दूसरी जगहों पर बनवा सकें। शुक्रवार को यूपीडा ने इसके लिए करीब 400 करोड़ रुपये आवंटित कर दिए हैं। इससे बिजली की ट्रांसमिशन लाइनों की शिफ्टिंग, बिजली के खंभों और लाइनों की शिफ्टिंग, सरकारी स्कूल, आंगनबाड़ी केंद्र, पंचायत भवन, पेट्रोल पंप, पाइपलाइन इत्यादि शामिल हैं। यह राज्य सरकार द्वारा पूर्वांचल एक्सप्रेस वे को आवंटित किए गये एक हजार करोड़ रुपये के बजट से दिया जा रहा है। दरअसल आगरा-लखनऊ एक्सप्रेस वे के निर्माण में यह खामी भी सामने आई थी जिसके बाद इनको पहले शिफ्ट करने का निर्णय लिया गया है।  

बाढ़ के खतरे से बचाएंगे

पूर्वांचल एक्सप्रेस वे के निर्माण में एक बड़ी दिक्कत पूर्वांचल के कुछ जिलों में तबाही मचाने वाली बाढ़ भी है जिसे ध्यान में रखते हुए तय किया गया है कि जिस जगह से एक्सप्रेस वे गुजरेगा, उस इलाके के सबसे ऊंचे फ्लड लेवल के मुताबिक सड़क की ऊंचाई रखी जाएगी। इससे बारिश में पानी भरने से एक्सप्रेस वे के डूबने और कटने का खतरा कम हो जाएगा। इसी वजह से यह तय हुआ है कि फ्लड लेवल से डेढ़ मीटर ऊंची सड़क बनाई जाए ताकि वह सालों तक सुरक्षित बनी रहे।

डिवाइडर घटा तो कम हो गयी कीमत

वहीं दूसरी ओर पूर्वांचल एक्सप्रेस में बनने वाले डिवाइडर की चौड़ाई कम होने से इसकी लागत भी कम हो गयी है। ध्यान रहे कि सपा सरकार में पूर्वांचल एक्सप्रेस की लागत 14,100 करोड़ रुपये आंकी गयी थी जिसे योगी सरकार कम करके 11,800 करोड़ तक ले आई है। दरअसल आगरा-लखनऊ एक्सप्रेस वे पर जो डिवाइडर बनाया गया था उसकी चौड़ाई 22।5 मीटर थी जिसे पूर्वांचल एक्सप्रेस वे में घटाकर 5.5 मीटर कर दिया गया है। चौड़ाई कम होने से एक्सीडेंट में बढ़ोतरी न हो, इसके लिए यूपीडा 600 करोड़ रुपये खर्च कर खास सुरक्षा उपकरण खरीदकर उसे एक्सप्रेस वे पर स्थापित करेगा।

अधिकारियों को सावधान कर दिया गया

यूपीडा पूर्वांचल एक्सप्रेस वे बनाने से पहले सारी एहतियात बरत रहा है। आगरा-लखनऊ एक्सप्रेस वे के निर्माण के दौरान हुई गलतियों से सबक लेकर हम आगे बढ़ रहे हैं। फिलहाल जितनी एहतियात बरती जानी चाहिए, उसके बारे में अधिकारियों को सावधान कर दिया गया है।

ओपी पाठक, ओएसडी, लैंड, यूपीडा

फैक्ट फाइल

- 11,800 करोड़ रुपये की लागत से बनेगा पूर्वांचल एक्सप्रेस वे

- 353.40 किमी है पूर्वांचल एक्सप्रेस वे की कुल लंबाई

- 4.30 से पांच घंटे का सफर तय होगा लखनऊ से गाजीपुर तक

- 06 लेन का बनेगा एक्सप्रेस वे, 8 लेन तक कर सकेंगे विस्तार

- 08 पैकेज में होगा पूर्वांचल एक्सप्रेस वे का निर्माण

- 02 शहरों अयोध्या और वाराणसी को जोडऩे को बनेगी लिंक रोड़

इन शहरों से होकर गुजरेगा

लखनऊ (चांद सराय), बाराबंकी, फैजाबाद, अंबेडकरनगर, अमेठी, सुल्तानपुर, आजमगढ़, मऊ, गाजीपुर (हैदरिया)।

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