एजेंटों ने पुलिस को दी तहरीर, जांच में जुटी पुलिस

GORAKHPUR: एजेंट के जरिए रुपये जमाकर ज्यादा मुनाफे का लालच देने वाली कंपनी लाखों की ठगी कर फरार हो गई। पश्चिम बंगाल की श्रीयल्टी कंपनी का ऑफिस चौरीचौरा में खुला था। आरोप है कि करीब 25 लाख रुपये लेकर भाग गई है। एजेंट ने कंपनी के खिलाफ तहरीर दी है। पुलिस ने मामले की जांच में जुटी है।

एजेंट धमर्ेंद्र जायसवाल के अनुसार पश्चिम बंगाल की कंपनी का दफ्तर चौरीचौरा और पास में सोनबरसा में नवंबर 2014 में खुला था। इलाके के बेरोजगार लोग एजेंट के रूप में कार्य करना शुरू कर दिए। कंपनी ने एक साल के लिए एकाउंट खोलती थी। जिसमें 100 रुपये रोजाना जमा करना होता था। एक साल बाद कंपनी 38 हजार 690 रुपये भुगतान का दावा किया था। शुरू के कुछ दिनों में पेमेंट भी हुआ लेकिन बाद में कंपनी के लोग रुपये देने में आनाकानी करने लगे। बात बढ़ने पर करीब आठ महीने पहले एसडीएम ने हस्तक्षेप कर रुपये वापस करने के बाद ही दफ्तर खोलने का आदेश दिया था। जिसके कुछ दिन बाद तक रुपये वापस होने का आश्वासन मिला लेकिन अब कंपनी वाले दुकान बंद कर फरार हो चुके है। एजेंट के मुताबिक करीब 300 खाताधारकों का रुपया फंसा है। फोन पर भी कंपनी के लोगों से बात नहीं हो पा रही है। डायरेक्टर का नाम सुभाषचंद्र गुप्ता, हरीपुर गांव, बर्दवान, पश्चिम बंगाल है। एजेंट की तहरीर के आधार पर पुलिस जांच कर रही है। एसओ रामअशीष यादव का कहना है कि मामले की जानकारी है, केस दर्ज कर कार्रवाई की जाएगी।