-प्रस्तावित लिस्ट में वॉर्ड बदले जाने से अपने पोलिंग सेंटर्स की तलाश में भटक रहे वोटर्स

-उम्मीदवारों के भी छूट रहे पसीने

VARANASI

प्रस्तावित आरक्षण सूची को लेकर कन्फ्यूज पब्लिक को नाम जुड़वाने और संसोधन कराने के लिए परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है। संभावित लिस्ट में वॉर्ड बदले जाने से लोग आस-पास पोलिंग सेंटर का चक्कर लगा रहे हैं। नई सूची में पुराने वॉर्ड से कई मकान नंबर गायब हैं। उन्हें नये परिसीमन के तहत दूर दराज के वॉर्ड से जोड़ दिया गया। पब्लिक तो पब्लिक नये परिसीमन ने उम्मीदवारों की मुश्किलें भी बढ़ा दी है। पांच साल तक क्षेत्र में बने रहने के बावजूद अब उन्हें नये सिरे से तैयारी करनी पड़ेगी। नये परिसीमन की विसंगतियों और उनके संसोधन के बाबत नगर निगम के अधिकारियों ने कुछ भी बोलने से इनकार कर दिया।

बूथ पर नहीं दिख रही भीड़

अपने वॉर्ड और मोहल्ले को लेकर कन्फ्यूज लोगों की भीड़ पोलिंग सेंटर पर नहीं उमड़ रही है। मतदाता पुनरीक्षण कार्य के छठवें दिन भी बूथों पर गिनती के ही लोग मतदाता सूची में अपना नाम जोड़ने और संसोधन कराने पहुंचे थे। वहां तैनात बीएलओ के पास ख्0 से ख्भ् आवेदन ही आये। नगर निकाय चुनाव को लेकर जिला प्रशासन ने 9 से क्भ् मई तक वोटर्स को मौका दिया था। लेकिन मुकम्मल जानकारी के अभाव में वोटर्स इस मौके का ज्यादा लाभ नहीं उठा पा रहे हैं।

प्वाइंटर

- क्ख्80ख्88 बनारस की जनसंख्या

- क्क्07ब्0ब् वोटर्स

- 90 वॉर्ड

- क्0ख्0 बूथ

नोट- ख्0क्क् की जनगणना और पूर्व में जारी निर्वाचन कार्यक्रम के अनुसार बनारस के आंकड़े

वर्जन

मतदाता सूची में नये नाम जोड़ने और संसोधन कराने का एक और मौका मिलना चाहिए। जिनसे वोटर्स को उनके निर्वाचन क्षेत्र की अच्छी तरह से जानकारी मिल जाएगी।

मनोज यादव उर्फ गोलू, वोटर

वॉर्ड नंबर क्8 नदेसर की सूची में कई बूथों को गलत तरीके से जोड़ दिया गया है। जबकि यह बूथ भाग संख्या ख्0 राजाबाजार में होना चाहिए।

सुशील गुप्ता उर्फ योगी, वोटर

वोटर्स को पता नहीं बदल दिये गये उनके वार्ड। अब नये वोटर्स को अपना नाम जोड़ने और संसोधन के लिए इधर उधर भटकना पड़ रहा है। वार्ड नंबर ख्ब् में कुछ नये इलाके जोड़ दिये गये है। अब क्षेत्रीय लोगों को घर दूर वोटिंग के लिए जाना पड़ेगा।

वोटर संदीप

बूथ पर बीएलओ नहीं मिल रहे हैं। परिवार में नये वोटर्स का नाम मतदाता सूची में जोड़ने के लिए अपने नजदीकी पोलिंग सेंटर पहुंचा तो वहां कोई नहीं मिला।

जावेद अहमद, वोटर