- घर-घर यूजर्स चार्ज वसूलने का एलान

- धाराओं का डर दिखाकर कार्रवाई की धमकी

आगरा। नगर निगम मूलभूत सेवाओं से अपना हाथ खींच रहा है। घर-घर से कचरा उठाने का काम पूरा नहीं कर सके हैं। अब घरों से कचरा उठाने के लिए प्राइवेट कंपनियों को काम सौंप दिया है। ये कंपनियां भी अब तक डोर-टू-डोर कचरा उठाने में सफल नहीं हुई है। वहीं, हर घर से सफाई के बदले यूजर्स चार्ज वसूलने की तैयारी कर ली गई है। इसका ऐलान किया जा चुका है। चार्ज नहीं देने पर कार्रवाई की धमकी भी दी जा रही है।

शहर से घर-घर कचरा उठाने के लिए जोन के अनुसार पांच कंपनियों को नियुक्त किया है। ये अपने-अपने क्षेत्र के घर-घर से कचरा उठाएंगी। इसके बदले में प्रत्येक घर से यूजर्स चार्ज लिया जाना तय हुआ है। शहर में छोटे-बड़े 2 लाख से अधिक घर हैं। इनके आधे घरों से कचरा नहीं उठ रहा है, लेकिन इनसे यूजर्स चार्ज लेने की तैयारी पूरी कर ली गई है। मनाही करने पर कार्रवाई की धमकी दी जा रही है।

पब्लिक की जेब पर डाका

ये पब्लिक की सेवाओं पर सरेआम डाका है। शहरवासियों को साफ-सफाई, बिजली और पानी मुहैया कराने की जिम्मेदारी नगर निगम की है। सफाई जैसी मूलभूत सुविधा को निजी हाथों में दे दिया गया है। वहीं सफाई के नाम पर पब्लिक की जेब कटौती की जा रही है।

कम से कम 40 रुपये की मार

छोटे से छोटे पक्के घर से हर महीने 40 रुपये सफाई के नाम पर लिए जाएंगे। वहीं बड़े घरों से 90 रुपये तक वसूल किए जाएंगे। हालांकि इससे झुग्गी-झोपड़ी को मुक्त रखा गया है।

घरों पर कार्रवाई का अधिकार

नगर निगम ने नियम शर्तो का हवाला देते हुए घर से कचरा उत्पादन वालों की जिम्मेदारी तय की है। उनके द्वारा कचरा का रुपये नहीं देने पर दंडात्मक कार्रवाई की चेतावनी भी दी है।