आगरा: विश्व में पहली बार होने जा रहे फाइव ए साइड हॉकी व‌र्ल्ड कप के लिए टीम तैयार तो हो रही है, लेकिन आधी-अधूरी सुविधाओं के साथ। अभ्यास के बाद अपनी थकान मिटाने के लिए प्लेयर्स ड्रेसिंग रूम का इस्तेमाल करते हैं। लेकिन इस स्टेडियम में इंटरनेशनल लेवल के प्लेयर्स के लिए ड्रेसिंग रूम की सुविधा सिर्फ इसलिए उपलब्ध नहीं हो सकी है, क्योंकि उस पर अधिकारियों को कुछ कागजी कार्रवाई करनी बाकी है।

 

तैयार फिर भी रुकी है सुविधा

बैंकॉक में पहली बार जूनियर फाइव ए साइड हॉकी व‌र्ल्डकप आयोजित होने जा रहा है। इसके लिए एकलव्य स्टेडियम में जूनियर ग‌र्ल्स इंडियन हॉकी टीम 21 दिनों के शिविर में अभ्यास कर रही हैं। स्टेडियम में बने एस्ट्रोटर्फ को अंतर्राष्ट्रीय मानकों के अनुसार तैयार किया गया है। इसमें खिलाडि़यों के लिए ड्रेसिंग रूम भी तैयार करवाए गए हैं। इनका काम तय डेडलाइन तक पूरा नहीं हो पाया। अब इनका काम पूरा हो गया है तो सरकारी कागजी कार्रवाई के चलते इंडियन टीम के लिए इस सुविधा को रोका हुआ है। अधिकारियों का कहना है कि ड्रेसिंग रूम में कोई कमी न हो इसके लिए इंस्पेक्शन किया जाएगा और रिपोर्ट दी जाएगी। इसके बाद निर्माण एजेंसी को कमियां दूर करने के निर्देश दिए जाएंगे तब ही खिलाडि़यों के इस्तेमाल के लिए इसे शुरू किया जाएगा। तब तक के लिए ड्रेसिंग रूम पर ताले लगे रहेंगे।

 

प्रैक्टिस के बाद सीधे होटल जा रहीं प्लेयर्स

प्रैक्टिस के लिए इंडियन टीम को सीधे होटल से ही तैयार होकर स्टेडियम आना पड़ रहा है। वहीं लंबी प्रैक्टिस के बाद सभी प्लेयर्स को सीधे होटल जाकर चेंज करना पड़ रहा है। महिला खिलाड़ी होने पर ड्रेसिंग रूम न होने से परेशानी और बढ़ रही है। खिलाडि़यों को थकान मिटाने के लिए होटल ही जाना पड़ रहा है। इंडियन टीम सुबह-शाम तीन से चार घंटे कड़ा अभ्यास कर रही है। इस संबंध में उनसे संपर्क करने की कोशिश की गई लेकिन उन्होंने कोई बयान नहीं दिया। आरएसओ राजेश कुमार सिंह का कहना है कि ड्रेसिंग रूम का काम लगभग पूरा हो चुका है। इंस्पेक्शन करने के बाद इसकी रिपोर्ट दी जाएगी और कमियां दूर करने के बाद इन्हें खिलाडि़यों के लिए शुरू कर दिया जाएगा।