- 56 वर्षो बाद बन रहे 'शक्तिदेव' संयोग से होगी सकल मनोकामना पूर्ण

- नवरात्र उद्यापन के साथ ही प्रभु राम का है जन्मदिवस

BAREILLY: समय का पहिया घूम कर भ्म् वर्षो के बाद एक बार फिर एक खास दिन पर आ गया है और अपने साथ लेकर आया है, मनोकामनाओं को पूर्ण करने का योग। ज्योतिषाचार्यो की मानें तो इस नवरात्रि के उद्यापन और भगवान राम के जन्म का समय और दिन 'मंगलवार' का संयोग करीब भ्म् वर्षो बाद लौटा है। इस संयोग को 'शक्ति देव योग' के नाम से जाना जाता है। ऐसे में दो से भी अधिक शुभ संयोग एक साथ पड़ने से ये रामनवमी का विशेष फलदायी है। ये शुभ संकेत लोगों की सकल मनोकामनाओं को पूर्ण करने वाला है। इस योग का राजनैतिक, व्यवसायिक और शिक्षा के क्षेत्रों से जुड़े लोगों पर प्रभाव दिखाई देने की संभावना है।

क्यों शुभ है संयोग

चैत्र शुक्ल पक्ष नवमी तिथि मां शक्ति की आराधना के साथ प्रभु राम के जन्म दिवस के रूप में मनाई जाती है। भ्म् वर्षो बाद वार, समय और ग्रह- नक्षत्रों के योग के अनुसार नवमी, राम जी का जन्मदिन और मंगलवार 8 अप्रैल को एक साथ पड़ रहे हैं। ज्योतिषाचार्य पं हर्षित के अनुसार इस दिन मां शक्ति, भक्त और भगवान के मिलन का भी संयोग है। तीनों ही शक्तियां संयुक्त रूप से जातकों का हित करने के लिए पृथ्वी पर निवास करेंगी। शास्त्रों में कहा गया है कि 'चैत्र शुक्ल के भौम में राम पूजन करे जो कोय, अभिष्ट मंगल कामना सब की पूरन होय'। इस श्लोक का अर्थ है कि चैत्र शुक्ल पक्ष के मंगलवार को जो भगवान राम और देवी दुर्गा की पूजा करता है उसकी मनोकामना पूरी होती है।

शक्तिदेव योग के शुभ प्रभाव

ज्योतिषाचार्य पं राजेंद्र त्रिपाठी ने बताया कि यह दिन लोगों में उत्साह और उमंग की वृद्धि करने वाला है। वहीं नवरात्रि के आखिरी दिन को नवमम् सिद्धिदात्री दिवस यानि सभी सिद्धियों को सिद्ध करने वाला दिन भी माना जाता है। इस खास दिन भगवान और मां की आराधना से भक्तों की सिद्धियों में ऐश्वर्य, धन, आयु की वृद्धि होगी। राशियों में मेष, तुला, वृश्चिक, मकर राशि वालों का मंगल अधिपति व मित्र होने से जातकों के लिए यह योग बड़ा ही शुभकारी है। वृष, मिथुन और सिंह राशि वालों के लिए यह संयोग कष्टदायक है।

जातक यूं करें पूजन

शक्तिदेव योग पर विभिन्न राशियों के जातक राम का पूजन राशिनुकूल पुष्प से करें। यह पूजन विशेष फलदायी होगा। इसमें मेष लाल पुष्पों से, वृष सफेद, मिथुन पीले, कर्क विल्वपत्र, सिंह लाल, कन्या विल्वपत्र, तुला सफेद, वृश्चिक पारिजात, धनु गुलाब, मकर दूर्वाघास, कुंभ सफेद और मीन पीले पुष्प से पूजन करें। इससे जातकों को परिवार और स्वास्थ्य से जुड़ी परेशानियों से मुक्ति मिलेगी।

भ्म् वर्षो बाद बन रहा शक्तिदेव योग जातकों के लिए विशेष फलदायी है। ये योग सभी दुखों को हरने और मनोकामना पूर्ण करने वाला है।

- पं। राजेंद्र त्रिपाठी, ज्योतिषाचार्य

आज बरेलियंस मां दुर्गा को करेंगे विदा

फ्क् मार्च को शुरू हुई चैत्र शुक्ल प्रतिपदा की नवरात्रि का ट्यूजडे को उद्यापन किया जाएगा। नवमी की पूर्व संध्या के मौके पर मार्के ट में जबरदस्त भीड़ उमड़ी। देर शाम तक सिटी के कुतुबखाना, श्यामगंज, सिविल लाइंस जैसे एरियाज में पंसारी और किराना शॉप्स पर लोगों ने हवन-पूजन सामग्री की खरीदारी की। इस दिन अखंड व्रती मां की अराधना के बाद व्रत खंडित करेंगे। मनोकामना पूर्ण होने पर अखंड रामायण के उद्यापन के बाद भोज का कार्यक्रम भी होगा।

पूजन की थाली और मुहूर्त

मां के पूजन के लिए पूजा की थाल का विशेष महत्व होता है। थाली में लौंग, कपूर, पूजा जायफल, नारियल, चुनरी, रोली, फल और दीपक से पूजन कर श्रद्धा सुमन अर्पित कर यज्ञ या हवन करें, तो विशेष फलदायी होगा। वहीं कन्या भोग की थाली में हलवा, चने, खीर पूड़ी का भोग लगाकर और कुमकुम का तिलक लगाकर मां को विदा करें। तत्पश्चात् जातक प्रसाद ग्रहण करें।

मुहूर्त का समय

अति विशिष्ट - सुबह म्:ख्0 - 9:ख्0

मध्यम फल - सुबह क्0:00 - क्क्:भ्9

अल्प प्रभाव - दोपहर ख्:00 - भ्:00