RANCHI: यूपी में मानवरहित रेल फाटक पार करते समय गुरुवार को एक स्कूल बस ट्रेन की चपेट में आ गई। इसमें दर्जनों बच्चों की मौत हो गई। इधर, राजधानी रांची के रेलवे क्रॉसिंग पर भी लोग दो मिनट रुकने की जहमत नहीं उठा रहे हैं और खुद आफत मोल लेने को तैयार हैं। इस बीच अगर कोई ट्रेन आ जाए तो खुद को बचा पाना भी उनके लिए संभव नहीं हो पाएगा। इतना ही नहीं, लोगों ने फाटक बंद रहने की स्थिति में भी पार करने के लिए चोर रास्ते ढूंढ रखे हैं। जिसके सहारे जान जोखिम में डालकर वे रेलवे क्रासिंग पार कर रहे हैं।

फाटक बंद, बगल से निकल रहे लोग

ट्रेनों के टाइम पर फाटक को बंद कर दिया जाता है। वह भी कुछ मिनटों के लिए। लेकिन लोगों से कुछ मिनट का भी इंतजार नहीं होता। इस चक्कर में फाटक के नीचे से लोग अपनी बाइक निकाल लेते हैं तो कोई फाटक के बगल से बने रास्ते से अपनी साइकिल और गाडि़यां निकालता है। इतना ही नहीं, ट्रेन के पास आने के बावजूद भी लोग रुकने का नाम नहीं लेते। इस बीच थोड़ी सी चूक जान ले सकती है।

पटरियों से पार करते हैं स्कूली बच्चे

रांची रेलवे स्टेशन के ठीक पास में स्कूल है, जहां काफी संख्या में बच्चे पढ़ते हैं। स्कूल और छुट्टी के टाइम पर काफी बच्चे पटरियों के रास्ते ही स्कूल आना-जाना करते हैं। लेकिन बच्चों को खुद की सुरक्षा का कोई ख्याल ही नहीं है। वहीं रेलवे के स्टाफ और पुलिस के जवान भी इन पर रोक लगाने में सफल नहीं है।

फाटक किया नीचे, फिर भी कंट्रोल नहीं

क्रासिंग पर बढ़ते एक्सीडेंट को देखते हुए रेलवे ने फाटक की ऊंचाई कम कर दी। ताकि कोई भी नीचे से अपनी गाड़ी या साइकिल न निकाल सके। इसके बावजूद लोग अपनी आदतों से बाज नहीं आ रहे हैं। किसी तरह फाटक के नीचे से गाडि़यां और साइकिल निकालकर ट्रेने के सामने से निकल जाते हैं।