फालोअप

- एक भी हत्यारोपी को गिरफ्तार नहीं कर सकी पुलिस

- हत्यारोपियो ंकी तलाश के लिए दबिश दे रही पुलिस

मेरठ : जिले में 16 घंटे में 4 मर्डर से पुलिस प्रशासन में खलबली मच गई। अभी तक पुलिस एक भी हत्यारोपियों को गिरफ्तार नहीं कर सकी है। एसएसपी मंजिल सैनी का कहना है कि सभी घटनाओं का शीघ्र ही खुलासा कर दिया जाएगा।

क्या था मामला

रविवार शाम सात बजे करीब बाइक सवार शार्प शूटर्स ने पार्षद आरिफ पहलवान व शादाब उर्फ भूरा की सरे बाजार गोली मारकर हत्या कर दी थी। कोतवाली थाने में तारिक, उसके भाई राजू, राशिद तावेश पुत्र सारिक, फईक के साले साकिब के खिलाफ हत्या का मुकदमा दर्ज किया गया था। इसके बाद ही हस्तिनापुर में जमीनी रंजिश के चलते बदमाशों ने दंपति का मर्डर करके पुलिस को खुली चुनौती दे डाली। अभी तक पुलिस ने किसी भी घटना का खुलासा नहीं किया है।

फरार हुए आरोपी

एसएसपी मंजिल सैनी का कहना है कि नामजद आरोपियों की तलाश में ताबड़तोड़ दबिश डाली जा रही है। आरोपी अपने घरों में ताला डालकर फरार हो गए है।

पुलिस ने खंगाली कुंडली

पार्षद आरिफ मर्डर मामले में पुलिस ने सलमान व शारिक गैंग में शामिल सभी सदस्यों की कुंडली खंगालनी शुरू कर दी है। पुलिस का कहना है कि सभी बदमाशों का रिकार्ड निकालकर उनकी पहचान की जा रही है. एसपी सिटी मान सिंह चौहान का कहना है कि पार्षद आरिफ का मर्डर किन्नर हाजी फाकों की हत्या का बदला लेने के लिए किया गया है। पुलिस सभी बदमाशों की गिरफ्तारी के के लिए दबिश दे रही है।

वर्जन

हत्यारोपियों की गिरफ्तारी के लिए ताबड़तोड़ दबिश डाली जा रही है। शीघ्र ही आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया जाएगा।

-मंजिल सैनी, एसएसपी

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गैंगवार के चलते मर्डर

पुलिस का कहना है कि गत् आठ जुलाई को बिलाल की हत्या भी गैंगवार के चलते हुई थी। जिसमें आरिफ, सलमान, असलम, आरिफ को नामजद किया गया था। सलमान अभी भी जेल में बंद है।

शाहबाज का हुआ था मर्डर- सलमान व शारिक के बीच चल रही गैंगवार में 29 मार्च को चमड़ा पैंठ में शाहबाज की हत्या हो गई थी।

जेल में मिलने पहुंची एसएसपी - एसएसपी मंजिल सैनी हस्तिनापुर में हुए दंपति के मर्डर के मामले में जिला कारागार में उसके बेटे मोनू से मिलने पहुंची। इसके साथ उन्होंने पार्षद आरिफ पहलवान की हत्या में नामजद हुए जेल में बंद शारिक से भी पूछताछ की। जिससे पुलिस के सामने हत्या के जुड़े कई राज सामने आए है।