-10-10 साल से जमे बाबू अफसरों के चौखट पर लगा रहे हाजिरी

मेरठ: अवैध निर्माणों पर ताबड़तोड़ कार्रवाई से चर्चा में आए मेरठ विकास प्राधिकरण ने अब विभाग की जड़ में जमे भ्रष्टाचार को साफ करना शुरू कर दिया है। बड़ी कार्यवाही करते हुए पिछले कुछ दिनों में प्राधिकरण वीसी सीताराम यादव ने 100 कर्मचारियों के विभागीय तबादले किए हैं। इस कार्यवाही से कर्मचारियों में खलबली है तो वहीं मनचाही कुर्सी की आस में वे अफसरों की चौखट के चक्कर काट रहे हैं।

आदेश पर कार्यवाही

सूबे में सत्ता परिवर्तन के साथ ही विभिन्न बदलावों में विभागों की कार्यप्रणाली दुरुस्त करने और भ्रष्टाचार के खात्मे के आदेश शामिल थे। मेरठ में कमिश्नर और प्राधिकरण अध्यक्ष डॉ। प्रभात कुमार की कड़ाई के बाद सालों से एक ही कुर्सी से जमे बाबुओं के पटल परिवर्तित किए गए हैं। लगातार मिल रही नामी-बेनामी शिकायतों को संज्ञान में लेते हुए दागी कर्मचारियों को जिम्मेदार पदों से दूर रखा गया है।

दो सूचियां जारी

53 कर्मचारियों का तबादला प्रथम लिस्ट में पिछले दिनों हुआ तो वहीं दूसरी सूची में 45 कर्मचारियों के नाम शामिल हैं। प्राधिकरण में 10-10 साल से एक ही कुर्सी पर जमे कर्मचारियों के तबादलों से खलबली मच गई है। तबादले की जानकारी के बाद ही कर्मचारी लगातार अपने तबादले को रुकवाने और चर्चित पटलों पर तैनाती के लिए अधिकारियों के संपर्क में हैं तो कई दबाव बना रहे हैं।

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कमिश्नर के निर्देश पर पिछले दिनों करीब 100 कर्मचारियों के तबादले किए गए हैं। लंबे समय से एक ही पटल पर जमे कर्मचारियों को सूची में शामिल किया गया है। यह प्रक्रिया का हिस्सा है।

-राजकुमार, सचिव, एमडीए

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आज जारी होगी अवैध निर्माणों की सूची

मेरठ: कमिश्नर के निर्देश पर एमडीए ने बड़े अवैध निर्माणों की सूची तैयार कर ली है। सोमवार को सचिव राजकुमार चारों जोन के 10-10 बड़े अवैध निर्माणों की सूची सार्वजनिक करेंगे। इस तरह के 40 बड़े अवैध निर्माणों की सूची सोमवार सार्वजनिक होगी तो वहीं एक सप्ताह में ध्वस्तीकरण की कार्रवाई को पूर्ण करना होगा। अवैध निर्माणों पर रेड मार्क करने का काम भी प्राधिकरण करेगा।