PATNA: सदर अस्पतालों में बच्चों के लिए इलाज में विभिन्न प्रकार की समस्याओं के सामने आने के बाद बच्चों के इलाज की अलग और बेहतर व्यवस्था लागू करने की पहल की जा रही है। इस व्यवस्था को जल्द ही लागू किया जाएगा। केन्द्र सरकार के निर्देश पर सदर अस्पताल परिसर में डिस्ट्रिक अर्ली इंटरवेशन सेंटर का निर्माण किया जाएगा। सेंटर में फिजियोथेरेपिस्ट, साइकोलॉजिस्ट, डेंटिस्ट समेत दूसरे रोग के विशेषज्ञ तैनात रहेंगे। इसके साथ ही सेंटर में दवाओं का अलग स्टॉक भी रहेगा। राष्ट्रीय बाल स्वास्थ्य मिशन के तहत डॉक्टरों द्वारा स्कूलों में जाकर बच्चाें के स्वास्थ्य का परीक्षण किया जाता है। इस क्रम में मामूली रोगों का इलाज एवं दवाएं तत्काल उपल?ध करा दी जाती है। लेकिन, गंभीर बीमारियों के इलाज के लिए नजदीक सदर अस्पताल में रेफर कर दिया जाता है। मिशन की सर्वे रिपोर्ट में खुलासा हुआ था कि बिहार में स्कूली बच्चों बच्चाें में दांत, नेत्र एवं पेट रोग की समस्या काफी है। समय पर सही इलाज उपल?ध न होने से बीमारी गंभीर बन जाती है। इसका बच्चों के शारीरिक एवं मानसिक विकास पर प्रतिकूल असर पड़ता है।

अर्ली इंटरवेशन सेंटर खुलेंगे

राज्य सरकार द्वारा पिछले साल केन्द्र सरकार को सदर अस्पतालों में बच्चों के इलाज के लिए डिस्ट्रिक अर्ली इंटरवेशन सेंटर खोलने का प्रस्ताव दिया गया। केन्द्र ने सेंटर खोलने की स्वीकृति प्रदान कर दी। राष्ट्रीय बाल स्वास्थ्य मिशन के तहत सेंटर में डॉक्टरों की तैनाती की जाएगी।