PATNA: दैनिक जागरण आई नेक्स्ट ने शुक्रवार को चूहे खा गए थाने में रखे 53 हजार रुपए शीर्षक से खबर छापी थी जिसमें बताया गया था कि चूहे शराब के साथ पैसे भी डकार जाते है। खबर छपने के बाद पटना पुलिस में हड़कंप मच गया। फुलवारीशरीफ पुलिस ने दैनिक जागरण आई नेक्स्ट को बताया कि हमने कोर्ट को बता दिया है कि जब्त पैसों को संबंधित व्यक्ति को दे दिए जाएंगे। इसके साथ ही वर्तमान में तैनात प्रभारी ने बताया कि अभी तक हमारे पास कोई पेसा लेने नहीं आया है। इससे पहले हो सकता कोई आया होगा। उन्होंने कहा कि जैसे ही जब्त रुपयों से संबंधित कोई युवक मेरे पास आता है तो कागजी खानापूर्ति करके पैसा तत्काल वापस कर दिया जाएगा।

फुलवारीशरीफ थाने का है मामला

2002 में पुलिस द्वारा पकड़े गए तथाकथित नक्सली के पास से नकद 35 हजार रुपए एवं अन्य सामान बरामद किया था। इसके तीन महीने बाद हार्डकोर नक्सली अजय कानू को पुलिस ने बेलीरोड स्थित बीपीएससी कार्यालय 18 हजार 801 रुपए के साथ पुलिस ने पकड़ा गया था। आठ वर्षो के ट्रायल के बाद कोर्ट ने सभी चार अभियुक्त अजय कानू उर्फ रवि कुमार, राम मनोज कुमार, सहजानंद प्रसाद एवं रामराज प्रसाद को दोषमुक्त कर दिया। इसके साथ ही जब्ती सूची में बरामद सभी सामान एवं नकद कुल 53 हजार 801 रुपए अजय कानू के भाई सहजानंद को वापस करने का आदेश दिया था। लेकिन जब सहजानंद थाना पैसे लेने गया तो एक पुलिस पदाधिकारी ने कहा आपके पैसे चूहे खा गए हैं।