- प्रो। समीरा मैती व डॉ। बाल चंद्र का इस्तीफा मंजूर

- आरवाईआरवी कॉलेज को बीएससी एग्रीकल्चर की मान्यता

LUCKNOW :

लखनऊ यूनिवर्सिटी में होने वाली कार्य परिषद की बैठक की अब विधिवत रिकॉर्डिग कराई जाएगी। इस संबंध में कार्य परिषद में रखे गए प्रस्ताव को मंजूरी प्रदान कर दी गई है। गुरुवार को वीसी प्रो। एसबी निमसे की अध्यक्षता में आयोजित हुई कार्य परिषद की बैठक में इस पर मुहर लगाई गई। ज्ञात हो कि राज्यपाल रामनाईक ने सभी स्टेट यूनिवर्सिटी की सर्वोच्च संस्था की कार्य प्रणाली में पारदर्शिता लाने के लिए विधिवत रिकॉर्डिग कराने का प्रस्ताव भेजा था। राज्यपाल ने कहा था कि जिस तरह से विधानसभा व लोकसभा की कार्रवाई रिकॉर्ड की जाती है, उसी तरह कार्य परिषद की कार्रवाई भी रिकॉर्ड होनी चाहिए। ताकि समय समय पर कार्य परिषद के कार्यप्रणाली पर उठने वाले सवालों की जांच की जा सके। राज्यपाल के इसी प्रस्ताव के बाद लखनऊ यूनिवर्सिटी प्रशासन इस प्रस्ताव को कार्य परिषद में पास कर दिया है।

समीरा मैती का इस्तीफा मंजूर

कार्य परिषद की बैठक में मानवशास्त्र विभाग की प्रो। डॉ। समीरा मैती का इस्तीफ मंजूर कर लिया गया है। वह बिना सूचना के छह माह से अधिक समय से छुट्टी पर हैं। गंगटोक यूनिवर्सिटी में नौकरी ज्वाइन करने की पुष्टि होने के बाद फ्0 दिसंबर ख्0क्ब् से त्याग पत्र स्वीकार करने के लिए भेजा था। साथ ही फिजिक्स डिपार्टमेंट के असिस्टेंट प्रोफेसर डॉ। बाल चंद्र यादव का इस्तीफा मंजूर कर लिया गया। इकोनॉमिक्स विभाग के असिस्टेंट प्रोफेसर डॉ। कामना श्रीवास्तव के मामले को टाल दिया गया है।

नए एग्रीकल्चर कॉलेज को मान्यता

कार्य परिषद की बैठक में आरवाईआरवी एग्रीकल्चर कॉलेज में बीएससी एग्रीकल्चर कोर्स के अस्थायी मान्यता प्रदान कर दी गई। आर्यावर्त इंस्टीट्यूट ऑफ हायर एजूकेशन में बीकॉम कोर्स सेशन ख्0क्म्-क्7 की अस्थायी मान्यता समाप्त कर दी गई। साथ ही यूनिवर्सिटी में खुलने वाले रिन्युवल एनर्जी सेंटर के प्रस्ताव को दोबारा एकेडमिक परिषद में रखने को कहा है।