स्पेशल न्यूज

-क्यारा ब्लॉक में बनने हैं 11,667 शौचालय, 2,991 शौचालय में ही रकम खर्च

-स्वच्छता अभियान पर लग सकता है ब्रेक, डीपीआरओ ने शासन को लिखा लेटर

BAREILLY:

हाल ही में रिलीज हुई मूवी 'टॉयलेट-एक प्रेम कथा' की तर्ज पर प्रशासन ने क्यारा ब्लॉक में टॉयलेट बनवाकर समूचे ब्लॉक को ओडीएफ की योजना बनाई थी। प्रशासन ने प्रदेश में एक गांव, एक पंचायत नहीं बल्कि पूरे ब्लॉक को ही ओडीएफ कर मिसाल के तौर पर पेश करने की तैयारी की थी, लेकिन अब यह योजना अमल में आने से पहले ही फ्लॉप शो होने की नौबत आ गई है। क्योंकि प्रशासन ने योजना को बिना बजट के तैयार कर दिया था। जब इसे अमल में लाने की बारी आयी तो डीपीआरओ शासन से बजट मांग रहे हैं। जबकि 2 अक्टूबर तक ब्लॉक को ओडीएफ बनाये जाने का लक्ष्य तय किया गया है। ब्लॉक में टॉयलेट निर्माण कर इस प्रेम कथा को मुकाम तक पहुंचाया जा सके। आइए आपको बताते हैं क्या है मामला

प्रशासन की प्रेम कथा

शासन के निर्देश जारी होते ही प्रशासन ने जोर शोर के साथ शहर के समाजसेवी, बिजनेसमैन, धार्मिक संस्था समेत अन्य प्रोफेशनल्स के साथ मिलकर एक योजना बनाई। जिसके तहत उन्होंने क्यारा ब्लॉक को 'चमन' बनाने के लिए हर संभव मदद करने की योजना बनाई। जिसमें शौचालय प्रशासन की ओर से और जागरुकता का जिम्मा इन लोगों को सौंपा गया, लेकिन अभी प्रशासन की ओर से करीब 3 हजार शौचालयों की प्रथम किस्त ही जारी हुई थी कि बजट जवाब दे गया। पहली किस्त से बने आधे अधूरे शौचालय को पूरा करने के लिए दूसरी किस्त मांगी जाने लगी। तो दूसरी ओर, शेष करीब साढ़े आठ हजार शौचालयों की नींव तक नहीं खोदी जा सकी है। डीपीआरओ ने बजट के चलते यह 'प्रेमकथा' सफल होने में असमर्थतता जता दी है।

मांग रहे सभी से मदद

बता दें कि स्वच्छता अभियान के तहत ब्लॉक में 11,667 शौचालय बनाए जाएंगे, लेकिन 9676 शौचालय बनाने के लिए रकम ही नहीं है। इसके कारण लाभार्थियों को चेक नहीं दिए जा सके। शासन से बजट जारी होने में काफी समय लगने की संभावना के चलते जिन्हें अवेयरनेस की जिम्मेदारी सौंपी गई थी उन प्रोफेशनल्स से आर्थिक मदद मांगी जाने लगी है। साथ ही, अवेयर भी करेंगे। इसके अलावा बहेड़ी और भोजीपुरा ब्लॉक में 20 हजार शौचालयों का निर्माण होना है लेकिन वहां भी रकम कम पड़ गई। लाभार्थी शौचालय निर्माण के लिए रकम का इंतजार कर रहे हैं। एक करोड़ रुपए ग्राम निधि के खातों में भेजा लेकिन अभी करीब 1.5 करोड़ रुपए विभाग को और चाहिए।

एक नजर में।

- 11,667 शौचालय बनने हैं

- 2,991 शौचालय में बजट खर्च

- 11 गांव हुए हैं ओडीएफ

- 25 अन्य गांव ओडीएफ सत्यापन के लिए पेंडिंग

- हजरतपुर, चंदौआ, स्वाले मुजाहिद नगर, टिगरी समेत कुल 11 गांव

शौचालय निर्माण के लिए बजट नहीं है। शासन से बजट की मांग की गई है। पूर्व में जारी किस्त से शौचालय निर्माण चल रहा है। सितंबर तक ब्लॉक को ओडीएफ करने की योजना है।

वीके सिंह, डीपीआरओ