-परिजनों ने गोमतीनगर के निजी अस्पताल में कराया भर्ती

-एंजियोप्लास्टी जांच में मिला ब्लॉकेज, एंजियोप्लास्टी से बचाई जान

LUCKNOW: पद्मश्री कलीमुल्ला को मंगलवार देर रात हार्ट अटैक पड़ गया। परिजन उन्हें लेकर लॉरी कार्डियोलॉजी पहुंचे। आरोप है कि यहां पर डॉक्टर उन्हें दौड़ाते रहे। परिचय देने और पद्मश्री का परिचय पत्र दिखाने के बाद भी नहीं मानें और ओपीडी में आने को कहा। जिसके बाद परिजनों ने उन्हें निजी अस्पताल में भर्ती कराया। जहां पर उनकी एंजियोप्लास्टी की गई।

रात में दौड़ाते रहे डॉक्टर

पद्मश्री कलीमुल्ला ने आम की कई प्रजातियां विकसित की हैं। इसके लिए उन्हें कई बार सम्मानित किया जा चुका है। उनके बेटे नवीज के मुताबिक मंगलवार रात साढ़े आठ बजे सीने में दर्द होने के बाद पहले स्थानीय डॉक्टर को बुलाया। राहत न मिलने पर रात में ही मलिहाबाद से केजीएमयू के लारी कार्डियोलॉजी लाया गया। आरोप है कि यहां इमरजेंसी में मौजूद डॉक्टरों ने पहले तो मरीज को नजरंदाज कर दिया। बाद में जब उन्होंने परिचय दिया और पद्मश्री का कार्ड दिखाया तो डॉक्टरों ने उनका ईसीजी और ट्राप टी जांच कराई। इसके बाद हालत सामान्य होने की बात कहकर घर ले जाने को कहा।

नवीज ने बताया कि रात 11 बजे तक उनकी हालत बिगड़ती गई, लेकिन डॉक्टरों ने कहा कि हार्ट की दिक्कत नहीं है ओपीडी में दिखाओ। इसके बाद हालत गंभीर होने पर और इलाज न मिलता देख उन्हें इमरजेंसी से निकाल कर गोमती नगर के निजी अस्पताल में भर्ती कराया, जहां पर उनका इलाज चल रहा है।

ब्लॉकेज, एंजियोप्लास्टी से मिली राहत

कलीमुल्ला को रात में ही गोमतीनगर के निजी अस्पताल में भर्ती कराया गया। डॉ। आयुष ने बताया कि कलीमुल्ला को हार्ट अटैक पड़ा था। एंजियोग्राफी में 90 फीसद ब्लॉकेज मिला है। इसलिए एंजियोप्लास्टी कर स्टेंट लगाया गया। फिलहाल उनकी हालत में सुधार है।

कोट

मरीज को कभी लौटाया नहीं जाता, जरूरी होने पर ही मरीज को भर्ती किया जाता है। कलीमुल्ला के आने की जानकारी नहीं है।

प्रो। वीएस नारायन, एचओडी, कार्डियोलॉजी