जिला अस्पताल में अल्ट्रासाउंड के लिए मिल रही 20 दिन बाद की डेट

एक्सरे की रिपोर्ट भी एक दिन बाद मिलती है, रेडियोलॉजिस्ट भी सिर्फ एक

Meerut। तारीख पर तारीख, तारीख पर तारीख घायल फिल्म का यह डायलाग इन दिनों जिला अस्पताल के रेडियोलॉजी विभाग में जाने वाले हर मरीज के मुंह से निकल रहा है। चौकिए मत, मरीज यहां मूवी देखकर ऐसा नहीं बोल रहे हैं बल्कि अल्ट्रासाउंड करवाने के लिए मिल रही लंबी-लंबी डेट्स देखकर वह ऐसा कह रहे हैं। यहीं नहीं अगर मरीज दी गई डेट पर नहीं पहुंच पाता है तो उसे एक हफ्ते बाद की डेट थमा दी जाती है।

यह है मामला

जिला अस्पताल के रेडियोलॉजी विभाग में अल्ट्रासांउड, एक्सरे व सीटी स्कैन की सुविधा दी जाती है। अल्ट्रासाउंड के लिए रोजाना कम से कम 30 से 35 मरीज आते हैं लेकिन इसके लिए मरीजों को 20 से 25 दिन तक की एडवांस बुकिंग दी जाती है। विभाग में इसके लिए बकायदा बोर्ड लगाकर यह सूचना चस्पा की गई है। फ्री अल्ट्रासाउंड सेवा की लंबी डेट के चलते यहां आने वाले मरीजों को प्राइवेट सेंटर पर जाकर 700 से 800 रूपये खर्च करने पड़ रहे हैं।

रिपोर्ट एक दिन बाद

रेडियोलॉजी विभाग में रोजाना करीब 250 से 300 लोग अलग-अलग टेस्ट करवाने पहुंचते हैं। एक्सरे के लिए रोजाना करीब 125 से 150 लोग आते हैं। एक्सरे रिपोर्ट के लिए भी मरीजों को एक दिन का इंतजार करना पड़ता है। अव्यवस्था का आलम यह है कि एक्सरे रिपोर्ट विभाग के बाहर खुले में सुखाने के लिए छोड़ दी जाती है। यहां पड़ने वाली धूप और रोशनी से इनके खराब होने का खतरा भी बना रहता है।

अल्ट्रासाउंड नहीं हैं इमरजेंसी

चीफ रेडियोलॉजिस्ट डॉ। एके जैन का कहना है कि यहां सिर्फ एक ही रेडियोलॉजिस्ट हैं। सुबह 8 से 12 बजे तक वह एक्सरे और सीटी स्कैन करते हैं। अस्पताल की ओपीडी व इमरजेंसी के मरीजों का अल्ट्रासांउड तो वह उसी दिन कर देते हैं लेकिन बाहर के लोगों के लिए अल्ट्रासाउंड इमरजेंसी नहीं होती हैं। इसलिए उन्हें आगे की डेट्स दी जाती हैं।

हमारे पास एक ही रेडियोलॉजिस्ट है। एक पोस्ट खाली पड़ी हैं। शासन को इस बारे में अवगत करवाया गया है।

डॉ। पीके बंसल, एसआईसी, जिला अस्पताल

हमें पूरे 20 दिन बाद की डेट मिली हैं। बीमारी आज है तो 20 दिन बाद अल्ट्रासाउंड करवाकर क्या करेंगे।

हिमांशु

जानबूझकर ज्यादा लंबी डेट लिख दे रहे हैं। हमें बाहर से महंगा अल्ट्रासाउंड करवाना पड़ रहा है।

रेशमा