-सीमा पर बढ़ते तनाव ने बनारस में बहू बनकर आयीं पाकिस्तान की बेटियों की बढ़ी चिंता

-वे कहती हैं कि अवाम के दिल एक-दूसरे के लिए है प्यार केवल सियासतदार बढ़ा रहे तनाव

devendra.singh@inext.co.in

VARANASI

भारत और पाकिस्तान की सीमा पर जब भी बंदूकें गरजती हैं हमारा दिल कांप जाता है। दोनों ओर तो हमारे ही लोग हैं। खून किसी का बहे नुकसान तो हमारा ही होगा। दोनों मुल्कों के बीच हालिया तनाव पर उठती यह टीस उनकी है जिनकी पैदाइश तो पाकिस्तान में हुई लेकिन निकाह हिन्दुस्तान में हुआ। बहू बनकर बनारस में आयीं जजीन और शाहिन फातमा और उनका परिवार इस वक्त टीवी से चिपका हुआ। उरी में हुए आतंकी हमले के बाद भारत की ओर से किए पीओके में किए गए सर्जिकल सट्राइक से दोनों मुल्कों के बीच तनाव बढ़ गया है। उन्हें चिंता है कि दोनों से कहीं अवाम की आवाजाही पर पाबंदी न लग जाए। अगर ऐसा हुआ तो अपनों से मिल पाना मुमकिन नहीं हो पाएगा। वो कहती हैं कि दोनों मुल्कों की अवाम अमन चाहती है।

खूब मिलता है प्यार

जजीन का मायका पाकिस्तान के लाहौर में। बनारस के दालमंडी में रहने वाले कर्रार काजीम से हुआ है। वो कहती हैं कि हिन्दुस्तान आए एक दशक से अधिक हो गया है। उन्हें कभी नहीं लगा कि वह किसी गैर मुल्क में हैं। यहां उन्हें भरपूर प्यार मिल रहा है। वहीं अक्सर उनका पाकिस्तान भी जाना होता है। वहां परिवार के साथ ही पास-पड़ोस और नाते-रिश्तों को खूब प्यार मिलता है। यही नहीं दोनों मुल्कों के सेना या प्रशासन से जुड़े अधिकारियों से आने-जाने की औपचारिकताओं के तहत खूब सहयोग मिलता है। लेकिन सियासतदार महज अपने फायदे के लिए पूरे माहौल को बिगाड़ रहे हैं। कर्रार बताते हैं कि जुलाई माह में वो एक जलसे में शामिल होने पाकिस्तान गए थे। वहां से अच्छी यादें लेकर लौटे। लेकिन बॉर्डर पर लगती बाड़ें उनके रिश्तों और दोनों मुल्कों के अवाम के बीच मौजूद प्यार को भी बांट रही हैं। इस वक्त पाकिस्तान में मौजूद रिश्तेदारों से बातचीत होती है इन हालात पर ही चर्चा होती है।

नहीं मिटेगा ये प्यार

पाकिस्तान के सिंध प्रांत की रहने वाली शाहिन का बचपन पाकिस्तान में बीता है। क्979 में उनका निकाह हिन्दुस्तान में हुआ। शौहर फरमान रजा और परिवार के साथ बनारस के संत रघुवर नगर (महमूरगंज) में रहती हैं। वे कहती हैं कि किसी हाल में दोनों मुल्कों के अवाम के बीच प्यार खत्म नहीं होगा। यहां हमारे शौहर हमारे बेटे-बेटियां, देवर, ननद हैं तो पाकिस्तान में भाई और उनके परिवार हैं। हाल में पाकिस्तान गयी थी तो सभी का प्यार और सहयोग मिला। वहां जाते ही अपना बचपना याद आ जाता है। हाल में पाकिस्तान गयी थी वहां मुझे बेटी जैसा ही प्यार मिला। हिन्दुस्तान में बहू का प्यार मिल रही रहा है। हालात चाहे जैसे हों अवाम के बीच प्यार न मिटा है और न मिटेगा। यह जरूर है कि इस वक्त दोनों मुल्कों के बीच जो तनाव है उससे यह चिंता है कि कहीं कोई ऐसी पाबंदी न लग जाए जिससे अपने के मिलने में मुश्किल हो।