-राजघाट एरिया में नकली नोट संग दो अरेस्ट

-परवेज टाडा के साथ जुड़ा रहा है त्रिभुवन सिंह

GORAKHPUR: कोतवाली एरिया की लूट में फरार दानिश की तलाश में लगी पुलिस को बड़ी कामयाबी हाथ लगी। राजघाट इलाके नार्मल रोड पर पुलिस परवेज टाडा के सहयोगी रहे त्रिभुवन सिंह सहित दो लोगों को अरेस्ट किया। उनके पास पांच सौ रुपए की 56 जाली नोट, अवैध पिस्टल, तमंचे, कारतूस, फर्जी आधार कार्ड, ड्राइविंग लाइसेंस सहित कई दस्तावेज बरामद हुआ। नेपाल में सक्रिय आईएसआई से कनेक्शन के फेर में पुलिस मामले की जांच पड़ताल कर रही है। एसएसपी ने बताया कि उर्दू जानने वाले त्रिभुवन और उसके गैंग के लोग नकली नोटों का धंधा करते हैं। पुलिस टीम की कामयाबी पर एसएसपी ने पांच हजार रुपए का इनाम दिया है।

लुटेरे की तलाश में हाथ लगा दूसरा शातिर

सीओ कोतवाली तारकेश्वर पांडेय और सीओ क्राइम प्रवीण सिंह ने बताया कि दानिश की तलाश के लिए क्राइम ब्रांच की टीम और पुलिस की टीम लगी थी। शुक्रवार रात सूचना मिली कि हावर्ट बंधा के पास बाइक सवार तीन संदिग्ध लोग आ रहे हैं। पुलिस ने उनको रोकने का प्रयास किया तो वह बाइक लेकर भागने लगे। पीछा करने पर पुलिस टीम पर गोली दागी। इस दौरान एक बदमाश भाग गया, जबकि दो लोगों को पुलिस ने पकड़ लिया। पकड़े गए बदमाशों की पहचान चिलुआताल एरिया के काजीपुर के त्रिभुवन उर्फ पिंटू सिंह और राजघाट एरिया के बसंतपुर मोहल्ले के यूनुस के रूप में हुई। उनके पास से पांच सौ रुपए के जाली नोट, असलहे, कारतूस सहित कई प्रतिबंधित सामान बरामद हुए। पुलिस का कहना है कि दोनों हत्या और लूट के कई मामलों में फरार चल रहे थे।

आईएसआई कनेक्शन में घंटों चली पूछताछ

नकली नोटों संग पकड़े गए त्रिभुवन से पुलिस ने पूछताछ की तो पता चला कि उसका कनेक्शन परवेज टाडा और वसीम उर्फ खब्बू सेर हा है। गोरखपुर और आसपास के इलाकों में वारदात को अंजाम देकर वह परवेज टाडा के पास चला जाता था। परवेज टाडा की टीम में रहते हुए उर्दू बोलना सीख लिया। वह अपने हुलिया भी बदल लेता था। परवेज टाडा का कनेक्शन आईएसआई से रहा है। इसको देखते हुए एसएसपी ने तीन घंटे तक त्रिभुवन से पूछताछ की। एलआईयू के लोग भी जानकारी जुटाने में लगे रहे। त्रिभुवन ने पुलिस को बताया कि वह नेपाल से नकली नोट लेकर आया था। इसलिए नेपाल से नोट ले आने वाले गैंग के पर्दाफाश को लेकर पुलिस टीम काम कर रही है।

यह चीजें हुई बरामद

पांच सौ रुपए की 56 जाली नोट

नाइन एमएम और 32 बोर की दो पिस्टल

एक तमंचा, भारी मात्रा में कारतूस

पिस्टल मैगजीन, कूट रचित आधार कार्ड, ड्राइविंग लाइसेंस

पकड़वाने वाले को जानता हूं, छूटने पर मारुंगा गोली

पुलिस का कहना है कि त्रिभुवन काफी शातिर किस्म का है। उसके दिमाग में आपराधिक गतिविधियां चलती रहती हैं। पुलिस की गिरफ्त में वह यह कहता रहा कि उसे पकड़वाने वाले को ठीक से जानता है। जेल से छूटने पर वह पकड़वाने वाले को खोजकर गोली मारेगा। सिरफिरे मिजाज के त्रिभुवन के खिलाफ 23 आपराधिक मामले दर्ज हैं। गोरखपुर के गोरखनाथ, तिवारीपुर, कैंट, चिलुआताल, कुशीनगर के कसया सहित कई थानों में हत्या, हत्या की साजिश रचने, लूट, डकैती, जानमाल की धमकी देने, आ‌र्म्स एक्ट सहित कई धाराओं में उसके खिलाफ पहले से एफआईआर है। युनूस के खिलाफ कई मामले दर्ज हैं। शातिर को अरेस्ट करने वाली टीम में शामिल एसओ राजघाट सत्य प्रकाश सिंह, कामेश्वर दुबे, शशिकांत राय, रशीद अख्तर खान, सनातन सिंह, राजीव शुक्ला, शिवानंद उपाध्याय, योगेश सिंह, जितेंद्र मौर्य, रविंद्र सिंह और राजमंगल सिंह को एसएसपी ने पांच हजार रुपए का इनाम दिया है।

नेपाल में आईएसआई के लिए काम करने वाले परवेज टाडा और वसीम उर्फ खब्बू से त्रिभुवन सिंह का जुड़ाव रहा है। वह नेपाल से नकली नोट ले आया था। उससे पूछताछ में कई जानकारी मिली है। इसके आधार पर नकली नोटों के धंधे से जुड़े लोगों की तलाश की जा रही है।

सत्यार्थ अनिरुद्ध पंकज, एसएसपी