- पैटर्न में बदलाव के लिए बिहार बोर्ड की कमेटी कर रही समीक्षा

PATNA : बिहार विद्यालय परीक्षा समिति (बीएसईबी)कदाचार रोकने के लिए अगले वर्ष से एग्जाम पैटर्न में बदलाव करने जा रहा है। अब इंटर और मैट्रिक की परीक्षाओं में और ज्यादा सख्ती बरती जाएगी। पैटर्न में बदलाव के लिए बोर्ड लगातार समीक्षा कर रहा है। कॉपियों की गोपनीयता के लिए बार कोडिंग अनिवार्य रूप से होगी। उक्त बातें शनिवार को इंटर कंपार्टमेंटल परीक्षा का रिजल्ट जारी करने के दौरान बोर्ड अध्यक्ष आनंद किशोर ने कहीं। उन्होंने बताया कि परीक्षा में अब पढ़ाई करने वाले विद्यार्थी ही सफल होंगे।

कदाचार के सभी रास्ते बंद होंगे। इसके साथ-साथ छात्र अधिक अंकों से उत्तीर्ण हों, इसके लिए मैट्रिक और इंटर के प्रश्नपत्र के पैटर्न में बड़े स्तर पर बदलाव किया जाएगा। बोर्ड की कमेटी इसके लिए सीबीएसई, आइसीएसई, विभिन्न राज्यों के बोर्ड के साथ-साथ विकसित देशों के स्कूली परीक्षा पैटर्न की समीक्षा कर रही है।

वस्तुनिष्ठ प्रश्नों की संख्या में वृद्धि होगी। दीर्घउत्तरीय प्रश्नों को समाप्त करने की संभावना प्रबल है। इसके स्थान पर अति लघुउत्तरीय और लघुउत्तरीय प्रश्नों की संख्या बढ़ाई जाएगी। न्यूमेरिकल आधारित प्रश्न बढ़ेंगे। मेहनत करने वाले छात्र अधिक से अधिक नंबर प्राप्त करें, ऐसी बोर्ड की तैयारी है। नए पैटर्न के आधार पर बिहार बोर्ड के परीक्षार्थी भी 9भ् फीसद से अधिक अंक प्राप्त कर सकेंगे।

मूल्यांकन के लिए परीक्षकों को भी ट्रेनिंग :

प्रश्नपत्र के पैटर्न बदलने के साथ-साथ बिहार बोर्ड परीक्षकों को भी बेहतर तरीके से मूल्यांकन के लिए ट्रेनिंग देगा। स्टेपवाइज मूल्यांकन किया जाएगा। यदि जवाब गलत है पर पहला और दूसरा स्टेप सही है तब भी नंबर मिलेगा। अब शिक्षकों को नंबर काटने की बजाय देने की प्रवृत्ति विकसित करने की ट्रेनिंग दी जाएगी।