- ग्रामीण विधायक विपिन सिंह के मोहल्ले में भी टूटी रोड, जाम नाली और जलजमाव

- कई दिन गैप करके उठता है कूड़ा, रुला देती है बिजली की स्थिति

GORAKHPUR: 'माननीय का मोहल्ला' कैंपेन के तहत सिटी एमएलए व मेयर के मोहल्ले का हाल जानने के बाद दैनिक जागरण आई नेक्स्ट की टीम शुक्रवार को पहुंच गई रूरल एमएलए विपिन सिंह के मोहल्ले में। मोहल्ले का नाम है रुस्तमपुर पुरानी आबादी और लैंड मार्क है अंबेश्वरी पैलेस। उम्मीद थी कि विधायक का मोहल्ला होने के नाते अन्य मोहल्लों से तस्वीर कुछ तो अलग दिखेगी लेकिन निराशा ही हुई। विधायक अपने मोहल्ले की भी तस्वीर नहीं बदल पाए हैं। टूटी सड़क, जाम नाली और जलजमाव की समस्या झेल रहे मोहल्ले वालों को विधायक के मोहल्ले में होने का आभास ही नहीं होता।

गड्ढों ने किया स्वागत

दैनिक जागरण आई नेक्स्ट की टीम ने जैसे ही एमएलए विपिन सिंह के मोहल्ले में एंट्री ली, इंटरलॉकिंग में बने छोटे-छोटे गड्ढों ने वेलकम किया। आगे बढ़ने पर यह रास्ता दो तरफ मुड़ जाता है। जिनमें एक रास्ता एमएलए के घर को जाता है वहीं दूसरा रास्ता मोहल्ले में अंदर की तरफ। एमएलए के घर जाने वाला रास्ता तो ठीक दिखा लेकिन दूसरे रास्ते पर आगे बढ़ने पर रोड टूटी थी और उस पर पानी लगा था। आगे बढ़ने पर एक हॉस्पिटल के बगल में रास्ते पर वॉटर लॉगिंग नजर आई।

सिल्ट से पटी हैं नालियां

माननीय का मोहल्ला होने का जरा सी भी खुशी यहां के लोगों को नहीं है तो जरा सा भी डर सफाई कर्मचारियों को भी नहीं। जल निकासी के लिए बनी नालियां सिल्ट से पटी हुई नजर आई। देखकर ही लग रहा था कि काफी समय से इनकी सफाई नहीं हुई। मोहल्ले में राजेश यादव के घर के सामने तो यह हालत है कि बिना बारिश भी वॉटर लॉगिंग हो जाती है। मोहल्ले की हर गली में नाली के पानी का लेवल रोड के बराबर है।

एमएलए आवास के पीछे ही कूड़ेदान

सिटी के मोहल्लों से नगर निगम को कूड़ा हटाना है लेकिन सफाई कर्मचारियों की लापरवाही ऐसी कि वे मोहल्ले का कूड़ा मोहल्ले में ही डालकर चले जाते हैं। एमएलए आवास के पीछे खाली प्लाट को सफाई कर्मचारियों ने कूड़ेदान बना डाला है। यहां इस तरह के कई खाली प्लाट हैं जिनमें कूड़े का ढ़ेर नजर आया।

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कॉलिंग

मोहल्ले को वॉटर लॉगिंग प्रॉब्लम से निजात दिलाने का कोई प्रयास नहीं किया गया। नालियों की सफाई तक नहीं होती है।

हरि प्रकाश शुक्ला, बिजनेसमैन

सफाई कर्मचारी रोज आते नहीं और जब आते हैं तो कूड़ा उठाकर खाली प्लाट में डाल जाते हैं। बारिश के बाद जब कूड़ा सड़ता है तो उधर से गुजरना मुश्किल हो जाता है।

अविनाश गौड़, स्टूडेंट

नालियों की सफाई ठीक से होती तो रोड पर पानी नहीं लगता और रोड टूटती नहीं। लेकिन कई सफाईकर्मी तो आते ही नहीं। विधायक के मोहल्ले में रहने की फीलिंग हो तो कैसे?

जितेंद्र प्रताप, प्रोफेशनल

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रूरल एमएलए विपिन सिंह से सवाल-जवाब