- मेयर के घर के सामने साफ-सुथरा तो बाकी के घर के पास दिखता है कूड़ा

- पार्क में खेल नहीं, बल्कि नजर आती है सिर्फ पेड़ों की बेल

GORAKHPUR: सिटी की पब्लिक ने उन्हें अपना फ‌र्स्ट पर्सन चुना है। अपनी अगुवाई करने के लिए सदन में बिठाया है। लेकिन, उनके मोहल्ले में उसी पब्लिक के साथ भेद-भाव नजर आ जाता है। जी हां, हम बात कर रहे हैं मेयर डॉ। सत्या पांडेय व उनके मोहल्ले बेतियाहाता की। 'माननीय का मोहल्ला' कैंपेन में नगर विधायक के मोहल्ले का हाल आप तक पहुंचाने के बाद गुरुवार को दैनिक जागरण आई नेक्स्ट टीम मेयर के मोहल्ले में पहुंची। मेयर हाउस के 100 मीटर इर्द-गिर्द तो सड़कें चमाचम दिखीं, डस्टबिन दिखा, दवाओं का छिड़काव भी नजर आया लेकिन थोड़ा आगे बढ़ते ही एक दूसरी ही तस्वीर नजर आई।

उखड़ी सड़क, रोड पर कूड़ा

मेयर हाउस से 200 मीटर दूर पहुंचते ही जो रोड मिली, उस पर गाड़ी के पंक्चर हो जाने का डर सताने लगा। यहां रोड पर गिट्टी डालकर छोड़ दी गई है। जहां मेयर हाउस के आसपास की रोड इंटरलॉक और चकाचक है वही इधर के लोग एक साल से रोड बनने की राह देख रहे हैं।

पॉश कॉलोनी में सड़क पर कूड़ा

मेयर का मोहल्ला होने होने के बाद भी यहां के लोग भी वहीं समस्याएं झेल रहे हैं, जो बाकी सिटी की पब्लिक। मेयर हाउस से महज 200 मीटर दूर सराफा रेजिडेंसी जैसी पॉश कॉलोनी है लेकिन यहां गंदगी नजर आई। लोगों ने बताया कि न तो रोजाना सफाई होती है और न ही प्रॉपर कूड़ा उठता है। जो कूड़ा दिखा भी वह डस्टबिन से बाहर पड़ा था। कूड़े की वजह से आवारा व छुट्टा पशुओं का जमावड़ा हो जाता है। वहीं मेयर हाउस के ठीक पीछे गारबेज डंपिंग यार्ड बना हुआ है, जहां अब झाडि़यां भी उग आई हैं।

पार्क पर कब्जा, उगी हैं झाडि़यां

वीआईपी मोहल्ले में लोगों के एंटरटेनमेंट और वॉक करने के लिए पार्क बनाया गया है। मगर मेयर के मोहल्ले में बने पार्क में नजारा कुछ और ही था। गेट बंद था और अंदर झाडि़यां उगी नजर आई। पता चला कि पार्क पर किसी ने कब्जा जमा रखा है जिसे नगर निगम आज तक आजाद नहीं करा सका।

पंपिंग सेट सिर्फ मेयर के लिए

मेयर के मोहल्ले में कई इलाके हल्की सी बारिश में डूब जाते हैं। मेयर हाउस के आसपास का पानी निकालने के लिए तो जिम्मेदारों ने पंपिंग सेट लगा रखा है, लेकिन बाकी इलाके घंटों पानी में डूबे रहते हैं।

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मेयर डॉ। सत्या पांडेय से सवाल-जवाब

रिपोर्टर: आपके वार्ड में सबसे बड़ी समस्या वॉटर लॉगिंग की है। यह अभी तक क्यों नहीं सुधर सकी है?

मेयर: अवस्थापना निधि से नाला बनाने की व्यवस्था की गई थी, लेकिन यह पास नहीं हो पाया था। अब 2.12 करोड़ का बजट पास हुआ है, इससे बड़ा नाला बनाया जाएगा, जिससे वॉटर लॉगिंग की समस्या खत्म हो जाएगी।

रिपोर्टर: वार्ड में सड़क कई सालों से नहीं बनी है। इसके लिए आपने कोशिश नहीं की?

मेयर: मैंने कोशिश की थी, लेकिन बजट थोड़ा कम था। जिससे मोहल्लेवालों से पहले आसपास की सड़कों को बनवाने की बात कही थी। अब यह सड़क नगरीय सुधार स्कीम के तहत बनवाई जाएगी। बजट पास हो चुका है, बारिश की वजह से काम नहीं हो रहा है।

रिपोर्टर: वार्ड में पार्क तो है, लेकिन इसमें लोगों के लिए कोई सुविधा मौजूद नहीं है। पार्क का गेट हमेशा बंद रहता है। ऐसा क्यों?

मेयर: पार्क को लोगों ने गोद लिया था और उसके मेंटीनेंस की जिम्मेदारी भी ली थी, लेकिन कुछ लोगों ने इस पर कब्जा कर लिया है, ऐसी शिकायत मिली है। अब वह इसमें कुत्ता पालते हैं और गेट पर भी ताला बंद कर रखा है। पार्क को कब्जे से मुक्त कराकर जल्द ही इसको बेहतर बनाया जाएगा।

रिपोर्टर: आपके घर के आसपास तो सफाई होती है, लेकिन वहीं थोड़ी दूर पर कूड़ा तक नहीं उठता है। आपने इस पर ध्यान नहीं दिया?

मेयर: ऐसा नहीं है। सफाई रोजाना की जाती है और सुबह ही कूड़ा उठता है। लोगों को चाहिए कि कूड़ा उठने से पहले ही अपना कूड़ा बाहर डाल दें, जिससे सफाई हो सके।

रिपोर्टर: आपके घर के पास पंपिंग सेट लगा है, वहीं दूसरी जगह से पानी निकालने की कोई व्यवस्था नहीं है?

मेयर: ऐसा नहीं है। मोहल्ले में दो पंपिंग सेट लगाकर पानी निकासी की व्यवस्था की गई है। जब भी बारिश होती है, तो दोनों ही पंपिंग सेट लगातार चलते हैं।