- पुलिस पर समझौते का दबाव बनाने का आरोप

- पीडि़त परिवार ने डीएम और एसएसपी से लगाई गुहार

आगरा। एक महिला की मदद करना दूसरी महिला के लिए जान का खतरा बन गया है। हालात ये हैं कि महिला एक महीने से हॉस्पिटल में अपने जीवन की सांसों के लिए लड़ रही है। पुलिस ने अपराध दर्ज कर लिया है, लेकिन गिरफ्तारी नहीं करके समझौते का दबाव बना रही है। इससे आरोपियों के हौसले इतने बुलंद हैं कि घटना को अंजाम देने के बाद भी खुलेआम घूम रहे हैं।

मथुरा हाई-वे थाने का मामला

मथुरा के हाईवे गणेशरा रोड स्थित निधिवन हाइटस की तीसरी मंजिल से दीपिका पत्नी ललित पांडेय के हादसे ने नया मोड़ ले लिया है। पुलिस ने हत्या की कोशिश का अपराध दर्ज किया है। लेकिन जांच के दायरे में गिरफ्तारी को अटका दी गई है। पुलिस का कहना है कि जांच से खुलासा होगा कि महिला अपने आप गिरी या उसको आरोपियों ने गिराया। इसके खुलासे के बाद ही गिरफ्तारी की जा सकेगी। हालांकि वे मानते हैं कि महिला के गिरने की वजह झगड़े में बीच-बचाव करना ही है। इसके बाद भी आरोपियों की गिरफ्तारी से बच रहे हैं।

ये है मामला

मथुरा के हाई-वे गणेशरा रोड स्थित निधिवन हाइटस की तीसरी मंजिल पर दीपिका पत्नी ललित पांडेय रहती हैं। 19 मई 2017 को रोडवेज एआरएम अक्षय कुमार की पत्नी रूबी से किसी मामले को लेकर उसी हाइट्स के निवासी परमानंद पचौरी और पत्नी ममता पचौरी ने विवाद कर दिया। दोनों के बीच-बचाव के लिए दीपिका पहुंची। दीपिका ने रूबी को तो बचा लिया, लेकिन वे बच नहीं सकीं और उन्हें तीसरी मंजिल से गिरा दिया गया। इससे कमर और पैर में गंभीर चोटें आई हैं। हाईवे थाने में दोनों आरोपियों के खिलाफ जान से मारने के प्रयास का मुकदमा दर्ज कर लिया गया है। वहीं एआरएम ने भी मारपीट का मुकदमा दर्ज कराया है।

सीएम से मिलने लगाया आवेदन

ममता के पति ललित पांडेय ने बताया कि 20 मई 2017 को ही थाना हाईवे में मामला दर्ज कराया। एक महीने बाद भी पुलिस उनको पकड़ नहीं रही है। मैं तीन बार मथुरा डीएम और एसएसपी से गुहार लगा चुका हूं। लेकिन न्याय नहीं मिल रहा है। आरोपी जान से मारने की धमकी दे रहे हैं और राजीनामा करने का दबाव बना रहे हैं। मैंने मुख्यमंत्री की जनसुनवाई के लिए रिक्वेस्ट भेजा है, वहां से भी कोई जवाब नहीं मिला है। मथुरा सांसद, विधायक तक अपनी आवाज पहुंचाना चाहता हूं, जिससे मुझे न्याय मिल सके।