- डकैती की घटनाओं के खुलासे में खाली हाथ

- पुराने गैंग के रिकार्ड खंगाल रही रेंज की पुलिस

GORAKHPUR : गोरखपुर रेंज में डकैतों की तलाश में पुलिस खाली हाथ है। पिपराइच सहित अन्य घटनाओं के खुलासे के लिए पुराने गैंग के रिकार्ड खंगाले जा रहे हैं। उधर महराजगंज जिले में डकैती के खुलासे को लोगों ने फर्जी बताया। आईजी और डीआईजी को पत्र देकर मामले की जांच की मांग की। कहा कि पकड़े गए लोग बेकूसर हैं। उनको असली डकैत बताकर पुलिस ने जेल भेज दिया है।

महमूदाबाद में पड़ी थी डकैती

गोरखपुर रेंज में डकैतों ने महराजगंज, देवरिया, कुशीनगर और गोरखपुर में कहर परपा है। एक साल के भीतर दोबारा हमला बोलकर डकैती डाली। अक्टूबर मंथ में डकैतों ने महराजगंज, देवरिया और गोरखपुर में वारदात की। गोरखपुर के पिपराइच स्थित महमूदाबाद, गोलकी टोला में 18 अक्टूबर की रात डकैतों ने धावा बोला। रेल कर्मचारी मुन्नी लाल और विदेश में कमाने वाले हनुमान पाल के फैमिली मेंबर्स को घायल किया। आराम से लाखों रुपए की नकदी और ज्वेलरी लूटकर फरार हो गए। इस मामले में पुलिस ने कुछ लोकल लोगों से पूछताछ की लेकिन नतीजा सिफर रहा। इसके पहले पिपराइच के कोऑपरेटिव इंटर कॉलेज स्थित प्रिंसिपल निवास में डकैती हो चुकी है। दोनों घटनाओं में पुलिस को कोई कामयाबी नहीं मिली।

पुराने गैंग निशाने पर

डकैती के खुलासे के लिए पुलिस काम कर रही है। किसी बाहरी गैंग की करतूत के अलावा लोकल गैंग पर भी फोकस किया जा रहा है। पुलिस का कहना है कि रेंज के सभी जिलों के डकैत गैंग का इतिहास खंगाला जा रहा है। इनसे किसी तरह का सुराग मिलने की संभावना जगी है। हालांकि महराजगंज जिले में आठ अक्टूबर को पड़ी डकैती का खुलासा पुलिस ने कर दिया है। आरोप है कि पुलिस ने गांव के ही युवकों को डकैत बताकर जेल भेज दिया। शनिवार को आईजी और डीआईजी को पत्र देकर धर्मपुर गांव के लोगों ने मामले की जांच की मांग की। बताया कि धर्मपुर में व्यापारी के घर डकैती पड़ी थी। महराजगंज कोतवाली पुलिस ने गांव के लोगों को फर्जी तरीके से डकैत बनाकर जेल भेज दिया। लोगों का कहना है कि यदि इन्हीं लोगों ने डकैती डाली थी तो बाकी जगहों पर कौन वारदात कर रहा है। गोरखपुर और देवरिया जिले में पड़ी डकैती का खुलासा क्यों नहीं हो सका?

डकैती की घटनाओं का खुलासा करने के लिए पुलिस काम कर रही है। पुराने गैंग के रिका‌र्ड्स खंगाले जा रहे हैं। वारदात रोकने लिए सही गैंग का पकड़ा जाना जरूरी है। इस मामले की पड़ताल करके कार्रवाई की जाएगी।

आरके चतुर्वेदी, डीआईजी, गोरखपुर रेंज