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- DDUGU अमृता कला वीथिका व मजीठिया भवन के सामने सजी हैं प्राइवेट बीएड कॉलेजों की दुकानें

- कैंपस के भीतर भी धड़ल्ले से चल रही दुकानदारी, चीफ प्रॉक्टर नहीं करते कोई कार्रवाई

GORAKHPUR: यूपीबीएड एंट्रेंस की काउंसलिंग शुरू होने के साथ ही डीडीयूजीयू यूनिवर्सिटी प्रशासन ने दावा किया था कि इस बार प्राइवेट बीएड कॉलेजों की दुकान नहीं सजाने दी जाएगी। लेकिन, यूनिवर्सिटी प्रशासन की अनदेखी से इस बार तो हद ही हो गई। यूनिवर्सिटी के बाहर ही नहीं, कैम्पस तक में कॉलेजों के स्टॉल सज गए। बुधवार को दैनिक जागरण- आई नेक्स्ट रिपोर्टर ने जब इसका रिएलिटी चेक किया तो चीफ प्रॉक्टर के दावों की पोल खुल गई।

काउसंलिंग के हैं दो सेंटर्स

दीन दयाल उपाध्याय गोरखपुर यूनिवर्सिटी में बीएड काउंसलिंग के लिए दो सेंटर अमृत कला वीथिका और मजीठिया भवन बनाए गए हैं। पूर्व में निर्धारित रैंक के हिसाब से बुधवार को यहां 230001 से 250000 रैंक के कैंडिडेट्स की काउंसलिंग हुई। दोनों ही सेंटर के बाहर प्राइवेट बीएड कॉलेज वालों की स्टॉल सजी हुई है। ककाउंसलिंग के लिए पहुंचने वाले कैंडिडेट्स की काउंसलिंग के पहले ही ये उसे घेर ले रहे थे। कहां से आए हैं? काउंसलिंग करानी है? मेरे कॉलेज में एडमिशन ले लीजिए कहकर कैंडिडेट्स को परेशान कर रहे थे।

टाइम: 12.30 बजे

प्लेस: डीडीयूजीयू अमृता कला वीथिका

दैनिक जागरण-आई नेक्स्ट रिपोर्टर अपने कैमरा पर्सन के साथ डीडीयूजीयू अमृत कला वीथिका के पास पहुंचा तो रोड पर दो दर्जन से अधिक प्राइवेट बीएड कॉलेजों के स्टॉल लगे हुए थे। लग्जरी वाहनों से पहुंचे कॉलेजों के प्रबंधक से लेकर प्रिंसिपल स्टॉल में जमे नजर आए। वहीं उनके सामने कॉलेज के टीचर्स काउंसलिंग में आए कैंडिडेट्स को तमाम प्रलोभन देते हुए अपने कॉलेज च्वाइस का कोड बताते नजर आए। कुछ महिला-पुरुष टीचर्स तो हैंडबिल लिए अमृत कला वीथिका कैंपस के अंदर कैंडिडेट्स को मोटिवेट करने में लगे दिखे।

प्लेस: मजीठिया भवन, डीडीयूजीयू कैंपस

टाइम: 1.10 बजे

अमृता कला वीथिका से निकलकर रिपोर्टर यूनिवर्सिटी कैंपस स्थित मजीठिया भवन पहुंचा। यहां भवन के बाहर बड़े-बड़े वाहन खड़े थे। पास में ही प्राइवेट बीएड कॉलेज के प्रबंधक, प्रिंसिपल कुर्सी लगाकर बैठ गए थे। अंदर काउंसलिंग चल रही थी, बाहर इनकी दुकान सजी थी। प्रिंसिपल से लेकर कॉलेजों के टीचर्स, एंप्लाइज एक-एक कैंडिडेट्स को मोटिवेट करने में लगे थे कि उनका कॉलेज च्वाइस लॉक करें तो फलां-फलां सुविधाएं मिलेंगी।

कोई भी जा सकता है अंदर

यूनिवर्सिटी कैम्पस में चीफ प्रॉक्टर के दावों का मजाक उड़ता दिखा। कहीं भी किसी को कोई रोकने-टोकने वाला नहीं था। कैम्पस में प्राइवेट कॉलेज वाले धड़ल्ले से फोर व्हीलर से एंट्री ले रहे थे और कैंडिडेट्स को अपने सवालों से परेशान कर रहे थे। जहां-तहां रोककर उनसे उनका घर पूछ रहे थे और फिर अपने कॉलेज में एडमिशन लेने का प्रलोभन दे रहे थे। मजीठिया भवन काउंसलिंग सेंटर में तैनात कुछ शिक्षकों का कहना था कि प्राइवेट कॉलेज वालों को चीफ प्रॉक्टर की शह है।

यह हो रही परेशानी

यूनिवर्सिटी चौराहे पर स्टॉल लगे होने से इस रोड से गुजरने वाले लोगों को दिक्कत हो रही है। फुटपाथ पर इनका कब्जा हो जाने से कई बार जाम की नौबत आ जा रही है। वहीं कैंडिडेट्स भी इनके सवालों से परेशान हो रहे हैं। लेकिन, इसके बावजूद ट्रैफिक पुलिस कोई कार्रवाई नहीं कर रही।

वर्जन

पिछली बार अमृता कला वीथिका में ही दोनों काउंसलिंग सेंटर थे, लेकिन इस बार बगैर वीसी साहब के संज्ञान में लाए मजीठिया भवन में भी काउंसलिंग सेंटर बना दिया गया है। आखिरकार हम कहां-कहां और किसको-किसको रोकें? कॉलेज वाले खुद बच्चों का अभिभावक बताकर अंदर आ जाते हैं। को-आर्डिनेटर यदि कंप्लेन करें तो हम इनके खिलाफ कार्रवाई करेंगे।

प्रो। सतीश चंद्र पांडेय, चीफ प्राक्टर, डीडीयूजीयू

रोड पर जितने भी स्टॉल लगे हैं, उनके खिलाफ कार्रवाई की जाएगी। रोड पर कब्जा जमाने वालों को खदेड़ने के लिए उनके खिलाफ अभियान चलाया जाएगा।

आदित्य प्रकाश वर्मा, एसपी ट्रैफिक