30 सूत्रीय मांगों को लेकर उच्च शिक्षा मंत्री से मिले छात्र

DEHRADUN:

उच्च शिक्षण संस्थानों में ड्रेस कोड लागू करने, फीस बढ़ोत्तरी और छात्र संघ चुनावों को समाप्त करने के उच्च शिक्षा मंत्री के बयान का विरोध शुरू होने लगा है। इसी क्त्रम में विभिन्न छात्र संगठनों के प्रतिनिधियों ने फ्0 सूत्रीय मांगों को लेकर उच्च शिक्षा मंत्री से मुलाकात की। छात्रों ने सरकार द्वारा लिए जा रहे फैसलों को वापस लेने की मांग की।

ख्8 मांगों पर मंत्री ने जताई सहमति

मंगलवार को राजधानी के विभिन्न कॉलेजों के छात्र संगठनों से जुड़े छात्र नेताओं ने फ्0 विभिन्न मांगों को लेकर उच्च शिक्षा मंत्री डा.धन सिंह रावत से मुलाकात की। छात्रों ने ड्रेस कोड लागू होने, फीस बढ़ोतरी, छात्र संघ चुनाव के संबंध में सरकार की नीति का विरोध किया। छात्रों ने कहा कि इस प्रकार के फैसलों से न सिर्फ छात्रों पर आर्थिक रूप से बोझ पड़ेगा, वहीं संस्थानों की मनमानी भी बढ़ेगी। बैठक में ख्8 मांगों पर उच्च शिक्षा मंत्री ने सहमति जताई, हालांकि दो मांगों को लेकर कोई निष्कर्ष नहीं निकला।

बहुमत के आधार पर होगा फैसला

बातचीत के दौरान उच्च शिक्षा मंत्री डा। रावत ने कहा कि उच्च शिक्षा में ड्रेस कोड का फैसला छात्रों के बहुमत के आधार पर लिया जाएगा। उन्होंने कहा कि यदि 80 फीसदी से ज्यादा छात्रों का समर्थन ड्रेस कोड लागू किए जाने के फैसले को मिला तो नियम को लागू किया जाएगा। उन्होंने सेमेस्टर सिस्टम को जल्द खत्म किए जाने का भी भरोसा दिलाया। इसके अलावा राज्य के सबसे बड़े कॉलेज डीएवी पीजी कॉलेज में प्रबंधन द्वारा की जा रही मनमानी पर भी लगाम लगाए जाने की छात्रों की मांग पर मंत्री ने कहा कि जल्द ही कॉलेज में प्रबंधन के खर्चे की जांच के लिए टीम गठित की जाएगी। कमेटी द्वारा ख्ख् करोड़ के खर्च का हिसाब भी कॉलेज प्रबंधन से लिए जाने का छात्रों को भरोसा दिलाया। हालांकि समाज कल्याण द्वारा दी जाने वाली छात्रवृत्ति और छात्र संघ चुनाव को लेकर कोई समाधान नहीं निकला। इन मुद्दों को लेकर डा। रावत ने छात्रों से क्भ् दिन का समय मांगा। उच्च शिक्षा मंत्री ने क्भ् दिन बाद दोबारा एक विशेष बैठक आयोजित करने की बात कहते हुए अन्य समस्याओं और मांगों का समाधान किए जाने का आश्वासन दिया। बैठक में आर्यन संगठन के प्रांतीय अध्यक्ष राकेश नेगी, प्रांतीय उपाध्यक्ष अनिल तोमर, एनएसयूआई के प्रदेश अध्यक्ष श्याम सिंह चौहान, उपाध्यक्ष विनीत प्रसाद भट्ट, प्रदेश महामंत्री एबीवीपी विपिन जोशी, प्रदेश उपाध्यक्ष एबीवीपी रामाकान्त श्रीवास्तव, एसएफआई के प्रांतीय महासचिव देवेंद्र सिंह आदि छात्र नेता मौजूद रहे।