सात रन से हारी पुणे
पुणे की टीम एक समय जीत के करीब थी लेकिन अहम मौकों पर अहम विकेट गंवाकर और बाउंड्री न मिलने से वह लक्ष्य से मात्र सात रन दूर रह गयी। दिल्ली के खिलाफ 60 रन की महत्वपूर्ण पारी खेलने वाले पुणे के बल्लेबाज मनोज तिवारी ने इस मैच में मिली सात रन की नजदीकी हार के लिये खुद को जिम्मेदार माना। दिल्ली ने पहले बल्लेबाजी करते हुए आठ विकेट पर 168 रन बनाये थे लेकिन पुणे के बल्लेबाज इस लक्ष्य से सात रन दूर रह गये थे।
कुछ रनो से चूक गया जीता हुआ मैच
पुणे इस हार के साथ मुश्किल में भी पड़ गई है। उस पर प्लेआफ से बाहर जाने का खतरा भी बढ़ गया है। तिवारी ने मैच के बाद कहा कि मैं इस करीबी हार की जिम्मेदारी लेता हूं क्योंकि मैं एक बड़ा स्कोर कर चुका था। यह मेरी जिम्मेदारी थी कि मैं मैच जिता कर आता। बल्लेबाज ने कहा कि मैं स्ट्राइक पर था लेकिन मुझे बाउंड्री नहीं मिल रही थी। हमने अपना सर्वश्रेष्ठ खेला लेकिन हम दुर्भाग्यशाली थे कि हम जीत हासिल करने से चूक गये। हमें ऐसी दबाव की स्थिति में और बेहतर खेलना चाहिये थे।
धोनी की हार से बड़ी मुश्किलें
दिल्ली के गेंदबाजों पर भी दबाव था। वे इस परिस्थिति से बेहतर तरीके से निपटे और जीत अपने नाम की। उन्होंने कहा कि जब हमें रन गति बढ़ाने की जरूरत थी तभी महेन्द्र सिंह धोनी रन आउट हो गये। धोनी आमतौर पर विकेट के बीच अच्छी दौड के लिए जाने जाते हैं लेकिन ऐसे समय पर उनका भी आउट होना टीम को बहुत भारी पड़ा। तिवारी ने कहा कि इस हार से हमारी मुश्किलें बढ़ी हैं लेकिन हमें अब भी प्लेआफ में खेलने की उम्मीद है। हमें पंजाब के खिलाफ आखिरी मैच खेलना है और हम इसमे जीत के लिये जी जान लड़ा देंगे।Cricket News inextlive from Cricket News Desk
Cricket News inextlive from Cricket News Desk