- पुलिस के खुलासे पर लगातार पीडि़त उठा रहे हैं सवाल

- दवा कारोबारी से लेकर कार ड्राइवर के मर्डर के खुलासे में झोल

GORAKHPUR: सिटी में बदमाश ताबड़तोड़ वारदात को अंजाम दे रहे हैं जिसे रोक पाने में तो पुलिस नाकाम साबित हो ही रही है, वारदात के बाद इसकी जांच व खुलासे पर भी सवाल उठ रहे हैं। हाल ही में हुए व्यापारी मर्डर से लेकर कार ड्राइवर की हत्या के खुलासे तक में झोल है। कुछ मामलों में पीडि़त को संतोष नहीं तो कुछ में आरोपियों के परिजन फंसाए जाने की बात कह रहे हैं। सवाल है कि आखिर अचानक पुलिस के खुलासे पर इस तरह के सवाल क्यों उठने लगे हैं?

विधायक से मिली आरोपी की मां

दवा कारोबारी के मर्डर के आरोप में जेल भेजे गए युवक की मां रविवार को मोहल्ले के लोगों संग नगर विधायक से मिली और बेटे को बचाने की गुहार लगाई। वहीं, कार ड्राइवर के मर्डर के खुलासे में भी पेंच फंस गया है। ड्राइवर की पत्‍‌नी ने हत्या के मामले को लूट बताए जाने पर जांच की मांग की है। वह सोमवार को आईजी से मिलकर कार्रवाई की गुहार लगाएगी। इतना ही नहीं, इसके पूर्व कारोबारी चंद्र प्रकाश टिबड़ेवाल की हत्या के आरोप में शातिर बदमाश जिशान और रियाज, जिन्हें पुलिस जेल भेज चुकी है, उनमें रियाज के परिजनों ने भी गिरफ्तारी पर सवाल उठाया था। हालांकि एसएसपी का कहना है कि पर्याप्त साक्ष्य के आधार पर ही सारी कार्रवाई की गई है।

केस एक:

मेरे बेटे को फर्जी फंसाया

बेतियाहाता नॉर्थ कमिश्नर कंपाउंड निवासी नीरज रामरायका दवा कारोबार के साथ-साथ प्रॉपर्टी का काम करते थे। 15 जून को घर के बाहर अकेले बदमाश ने उनको गोली मार दी। 17 जून को पुलिस ने शाहपुर एरिया के आवास विकास कॉलोनी निवासी रोहित वर्मा को अरेस्ट किया और दावा किया कि पकॅपर्टी खरीदने के लिए दी गई रकम नहीं लौटाने पर रोहित ने नीरज की हत्या कर दी। शनिवार की देर शाम कैंट थाना पहुंची नीरज की मां गीता ने बेटे को फर्जी फंसाने का आरोप लगाया। रविवार की सुबह वह मोहल्ले के लोगों संग नगर विधायक डॉ। राधा मोहनदास अग्रवाल के पास पहुंची। दावा किया कि जिस समय वारदात हुई, बेटा घर पर था। उसने विधायक को सीसीटीवी फुटेज भी दिखाया।

केस दो:

मेरे पति की सुपारी देकर कराई हत्या

महराजगंज जिले के श्यामदेउरवा, छपिया का शाहरुख अली कार चलाता था। पत्‍‌नी और बच्चों संग नंदानगर में किराए पर कमरा लेकर रहता था। प्रेम संबंधों में उसने शादीशुदा युवती से शादी की थी। बताया जाता था कि इससे कुछ लोग काफी नाराज थे। उन लोगों ने ड्राइवर को सबक सिखाने की धमकी भी दी थी। नौ जून की सुबह चौरीचौरा के बिलारी में ड्राइवर की डेड बॉडी मिली। उसकी कार नीनाथापा के पास लावारिस हाल खड़ी थी। 17 जून को पुलिस ने पिपराइच के चिलबिलवा निवासी जमालुद्दीन और सोविंद मौर्य उर्फ सुरेश उर्फ सोइठ को अरेस्ट किया। पुलिस ने दावा किया कार लूटने के लिए दोनों ने ड्राइवर की हत्या की थी लेकिन खून देखकर डर गए और कार छोड़कर फरार हो गए। भला गला काटने वाले खून देखकर क्यों डर जाएंगे? रविवार को शाहरुख की पत्‍‌नी सायराबानो ने कहा कि कार लूट के लिए उसके पति को नहीं मारा गया बल्कि सुपारी देकर हत्या कराई गई। हत्या की साजिश रचने वाले लोगों को बचाने के लिए पुलिस ने लूट की कहानी बना दी। सोमवार को वह आईजी से मिलकर जांच की गुहार लगाएगी।

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किस बात की है हड़बड़ी?

इसके पहले भी पुलिस तमाम मामलों का खुलासा करती रही है लेकिन तब उस पर सवाल नहीं उठते थे लेकिन अब आखिर हर खुलासे पर प्रश्नचिह्न क्यों खड़ा हो रहा है, यह बात चर्चा में है। आखिर पुलिस इतनी हड़बड़ी में क्यों है कि सभी सवालों का जवाब ढूंढे बिना ही अचानक खुलासा करने बैठ जाती है? पुलिस ने इसके पहले शाहपुर के अशोक नगर में पिता पुत्र हत्याकांड, विन्ध्यासिनी नगर के दंपति मर्डर, झरना टोला चौराहा टोला सहित कई बड़े मामलों से पर्दा उठाया लेकिन तब उस पर सवाल नहीं उठे। न तो पीडि़तों ने असंतोष जाहिर किया और न ही अभियुक्तों के परिजन खुलकर सामने आए। सूत्रों की मानें तो सीएम सिटी की पुलिस दबाव में है और जल्द से जल्द खुलासे के चक्कर में उस पर सवाल उठ रहे हैं।

वर्जन

पुलिस की कार्रवाई पर संदेह नहीं किया जा सकता है। पुलिस की जांच में जो बातें सामने आई हैं, उनके आधार पर घटनाओं का पर्दाफाश किया गया है। अभियुक्तों को बचाने के लिए उनके परिजन तरह-तरह की बातें कर रहे हैं। हर मामले में पुलिस जांच के आधार पर सबूतों के साथ चार्जशीट फाइल करेगी। अभियुक्तों को सजा दिलाने के लिए कोर्ट में पैरवी की जाएगी।

राजेंद्र प्रसाद पांडेय, एसएसपी