-एसएसपी के आदेश पर ताबड़तोड़ दबिश देकर 22 लोगों की गई गिरफ्तारी, नकदी व कई कम्प्यूटर भी बरामद

-प्रेमनगर, कैंट, बारादरी और कोतवाली में गैंबलिंग एक्ट के साथ आईपीसी की धारा 420 के तहत दर्ज की एफआईआर

BAREILLY: क्विज गेम के नाम पर ऑनलाइन सट्टा खेलाने वाले बच न सकें इसके लिए एसएसपी ने पूरी तैयारी कर रखी थी। पहले थानों की पुलिस से छिपाकर ताबड़तोड़ कई ठिकानों पर दबिश दी गई और जब सभी को पकड़ लिया गया तो सभी के खिलाफ अलग-अलग थानों में गैंबलिंग एक्ट के अलावा आईपीसी की धारा 420 के तहत भी केस दर्ज किया गया है। पुलिस ने प्रेमनगर, कोतवाली, कैंट और किला थाना में मिलाकर कुल 22 लोगों को गिरफ्तार किया है। पुलिस ने कई कम्प्यूटर, लैपटॉप, एलईडी, इनवर्टर, करीब 50 हजार नकदी भी बरामद की है। सभी थानों में क्विज गेम के नाम पर सट्टा चलाने वाले सचिन सहगल और अपार्क सक्सेना के खिलाफ भी एफआईआर दर्ज की है और उनकी तलाश में जुटी है।

इन जगहों पर हुई छापेमारी

एसएसपी के निर्देश पर एएसपी सतीश कुमार ने क्राइम ब्रांच की टीम के साथ कैंट के नकटिया व लालफाटक, कोतवाली के बिहारीपुर, किला के मूंगफली मंडी और प्रेमनगर में मूर्ति नर्सिग होम के पास, ब्रह्मापुरा मठिया, व पटे की बजरिया में अचानक छापेमारी की। सभी जगह से सामान जब्त से करीब 40 लोगों को पकड़ा गया और वहां से नकदी और सामान भी उठाकर पुलिस लाइन लाया गया। यहां एसएसपी खुद पहुंचे और फिर सभी थानों के प्रभारियों को बुलाकर एफआईआर दर्ज करने के ि1नर्देश दिए।

इन लोगों की हुइर् गिरफ्तारी

प्रेमनगर पुलिस ने तीन जगहों पर छापेमारी कर शोभित सक्सेना, अमित कुमार, सुनील चंद, विकास शर्मा, शुभम कुमार, दिनेश सक्सेना और शंकर लाल को गिरफ्तार किया है। कोतवाली पुलिस ने बिहारीपुर से राकेश गुप्ता, भगवान दास, रविंद्र कुमार और शिवम बाथम, बारादरी पुलिस ने संजय नगर से पंकज कुमार, राजू शाहनी और दीपक वर्मा, किला पुलिस ने जितेंद्र, कृष्ण राजपूत, बृजेश और कैंट पुलिस ने नकटिया से विशाल कुमार, विपिन गुप्ता, और जीशान को गिरफ्तार किया है।

असली खिलाडि़यों के नाम भी ओपन

क्विज गेम के नाम पर सट्टा खिलाने वाले बच सकें इसके लिए प्लान के तहत ही सभी थानों में जुआ अधिनियम के साथ आईपीसी की धारा 420 के तहत एफआईआर दर्ज की गई। यही नहीं गेम के असली खिलाड़ी न बचें इसके लिए सभी थानों में सचिन और अपार्क को नामजद आरोपी बनाया गया। अलग-अलग थानों में एफआईआर में सचिन सहगल के उपनाम में गड़बड़ी हुई है। कहीं उसका उर्फ नाम टोनी तो कहीं रॉकी लिखा गया है।

5 परसेंट मिलता है कमीशन

पुलिस पूछताछ में सामने आया है कि सचिन और अपार्क ही पूरे शहर में क्विज गेम चलवाते हैं। काउंटर ओपन करने पर पूरे दिन की कमाई का 5 परसेंट इन्हें ही दिया जाता है। शहर में करीब 10 जगह काउंटर लगते थे। एक काउंटर पर औसतन 25 हजार रुपए की रोजाना क्विज खेला जाता था। इस लिहाज से डेली ढाई लाख रुपए का गेम होता है और मंथली 75 लाख का गेम होता था।