GORAKHPUR: कांग्रेस उपाध्यक्ष राहुल गांधी शनिवार को बीआरडी मेडिकल कॉलेज में ऑक्सीजन की कमी से मरे मासूमों के परिजनों से मिले और उनका दर्द साझा किया। राहुल गांधी शनिवार दोपहर 12 बजे बाघागाड़ा में ब्रह्मदेव यादव के आवास पहुंचे। यहां दो अन्य पीडि़त फैमिली मेंबर्स को भी बुलाया गया था। राहुल ने तीनों परिवारों के एक-एक मेंबर्स से ऑक्सीजन की कमी से लेकर मेडिकल कॉलेज में मिल रही सुविधाओं की जानकारी ली। ब्रह्मदेव ने बताया कि जुड़वा बच्चों की दस घंटे के अंतराल पर ऑक्सीजन की कमी से मौत हो गई। बिना पोस्टमार्टम के ही डॉक्टर्स ने मौत का कारण हार्ट फेल बता दिया। ऑक्सीजन की कमी से बच्चों का शरीर नीला पड़ गया था। एक बच्चे का डेथ सर्टिफिकेट भी नहीं दिया गया। बच्चों को दफनाया है। ताकि भविष्य में उनका पोस्टमार्टम करा सकूं। ब्रह्मदेव की मां अनारा देवी ने बताया कि सात साल के लंबे इंतजार के बाद बहू की गोद भरी थी। सिर्फ दस दिन की जिंदगी दोनों बच्चों को मिली। दवा और दुआ के बाद दादी बनी थी लेकिन सरकार की लापरवाही ने बच्चों को छीन लिया। राहुल गांधी इसके बाद गोपालगंज के रहने वाले मैनेजर राजभर से मिले। राजभर की आंखों में आंसू आ गए। बताया कि पांच साल का बेटा था। बच्चा बात कर रहा था, लेकिन ऑक्सीजन की कमी से उसने आंखों के सामने दम तोड़ दिया। बच्चे की हत्या हुई है। इसको लेकर गुलरिहा थाने में प्रदेश सरकार के मंत्री के खिलाफ केस दर्ज करने के लिए तहरीर दिया था लेकिन केस दर्ज नहीं किया गया। इस दौरान राज्यसभा में विपक्ष के नेता गुलाम नबी आजाद, प्रदेश अध्यक्ष राजबब्बर, पूर्व केंद्रीय मंत्री आरपीएन सिंह, तमकुहीराज के विधायक अजय कुमार लल्लू, जिलाध्यक्ष सैयद जमाल, राष्ट्रीय प्रवक्ता कुंवर अखिलेश प्रताप सिंह, महानगर अध्यक्ष अरुण कुमार अग्रहरि आदि मौजूद थे।