-सरिता फ्लावर मिल में छापामारी कर मिलावटी सरसों तेल की बरामदगी

-सरसों तेल में हाइड्रोजन साइनाइट की मिलावट का खुलासा

- कई पैकेट मिलावटी आटा भी मिले, ब्रांडेड कंपनियों के रैपर में की जा रही थी री-पैकिंग

-पतंजलि, नेचरफ्रेस, रामालिंगा कंपनी के रैपर भी मिले

- बगैर लाइसेंस तीन साल से चल रही थी मिल, छापामारी के बाद सील

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खूंटी : शहर के बीचों-बीच खाद्य सामग्री में मिलावट कर लोगों के स्वास्थ्य के साथ खिलवाड़ करने का मामला सामने आया है। प्रशासन ने छापामारी कर कर्रा रोड स्थित सरिता फ्लॉवर मिल से 30 हजार लीटर सरसों तेल व कई पैकेट मिलावटी आटा जब्त बरामद किया गया है। मिल की सील कर सदर थाने में मिल के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज की गई है। मिल में 17 अप्रैल को छापामारी की गई थी। मंगलवार को एसडीओ प्रणव कुमार पाल ने प्रेस कांफ्रेंस कर मामले का खुलासा किया है। इससे पूर्व शिकायत मिलने पर फूड सेफ्टी पदाधिकारी डॉ। रश्मि रोमिला सांगा ने 6 अप्रैल को मिल का निरीक्षण कर तेल व आटा को जब्त करते हुए जांच के लिए सैंपल लैब भेजा था। जांच रिपोर्ट में मिलावट पाए जाने पर छापामारी की गई।

ब्रांडेड कंपनियों के रैपर

एसडीओ प्रणव कुमार पाल ने बताया कि गुप्त सूचना मिली थी कि जिला मुख्यालय के कर्रा रोड स्थित महादेव मंडा के पास स्थित सरिता फ्लॉवर मिल में गत तीन सालों से ब्रांडेड कंपनियों का रैपर में लोकल आटा व मिलावटी सरसों तेल की पैकिंग कर बाजार में आपूर्ति की जा रही है। छापामारी में भारी मात्रा में मिलावटी सरसों तेल और आटा बरामद किया गया। इससे पूर्व मिल में काम कर रहे सभी कर्मी फरार हो गये। 18 अप्रैल को मिल को सील कर दिया गया।

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क्या-क्या हुआ बरामद

दक्षिण भारत की ब्रांडेड कंपनी रामा¨लगा आटा का रैपर, पतंजलि और नेचरफ्रेस कंपनी का रैपर। एसडीएम ने बताया कि लोकल आटा को पतंजलि और नेचरफ्रेस कंपनी के रैपर के साथ पैक कर बाजार में बेचा जा रहा था। फ्लोर मिल के अंदर तेल में मिलाने की मशीन मिली है। सरसों तेल में हाइड्रोजन साइनाइट का मिलावट किया जा रहा था। इसका खुलासा जांच रिपोर्ट आने के बाद हुआ है। मौके पर सिविल सर्जन डॉ। विनोद उरांव, कार्यपालक दंडाधिकारी रविंद्र गगरई आदि मौजूद थे।

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