-लखनऊ-कानपुर सेंट्रल के बीच हुए हादसे के बाद भी नहीं चेता कैंट स्टेशन प्रशासन

-डेली ट्रेन का बदल दिया जा रहा है प्लेटफॉर्म, दौड़भाग कर पैसेंजर पकड़ते हैं अपनी ट्रेन

VARANASI

लखनऊ-कानपुर सेंट्रल के बीच हरौनी रेलवे स्टेशन पर ट्रेन का प्लेटफॉर्म बदलने से हुए हादसे जैसी घटना कैंट स्टेशन पर भी घट सकती है। इसकी वजह है कि यहां डेली किसी न किसी ट्रेन का प्लेटफॉर्म बदल दिया जा रहा है। बीते 72 घंटे पर नजर डालें तो स्टेशन पर 19 ट्रेन्स का प्लेटफॉर्म बदला गया। इस दौरान अफरातफरी मची और दौड़-भाग कर पैसेंजर्स अपनी ट्रेन में सवार हुए। रेलवे के इस अव्यवस्था के चलते पैसेंजर्स को हो रही परेशानी पर जिम्मेदार अफसर परिचालन कारणों की मजबूरी की दुहाई दे रहे हैं। जबकि ट्रेन का प्लेटफॉर्म बदलने से आधे घंटे पहले से इसकी सूचना प्रसारित करनी चाहिए लेकिन ऐसा होता नहीं है।

न बदलने का किया अनुरोध

कैंट स्टेशन पर डेली ट्रेन्स के बदल रहे प्लेटफॉर्म को लेकर जीआरपी परेशान है। कैंट जीआरपी इंस्पेक्टर सुधीर कुमार आर्य का कहना है कि ट्रेन आने के कुछ देर पहले ही प्लेटफॉर्म बदलने की सूचना प्रसारित होती है तो यात्री सामान लेकर तेजी से भागते हैं। इस दौरान भगदड़ होने की आशंका बनी रहती है। कहा कि इन दिनों गर्मी की छुट्टी होने से पैसेंजर्स की भीड़ अधिक हो रही है। इसलिए रेलवे ऑफिसर्स से अनुरोध किया गया है कि ट्रेनों का प्लेटफॉर्म नहीं बदला जाए।

फूड आइटम बेचने का खेल तो नहीं

72 घंटे में 19 ट्रेन्स का प्लेटफॉर्म बदल दिये जाने पर कई तरह की आशंकाएं की जा रही हैं। जानकारों का कहना है कि जिन ट्रेन्स में पेंट्रीकार नहीं होती है और सुबह व शाम वह ट्रेन्स स्टेशन पर आ रही हैं तो उनके प्लेटफॉर्म को बदलने के लिए वेंडर सक्रिय हो जाते हैं। वेंडर रेलवे के अफसरों से मिलकर अपनी सुविधानुसार ट्रेनों का प्लेटफॉर्म तय करा लेते हैं। हालांकि इस आशंका को अफसरों ने निराधार बताया लेकिन हाल ही में जौनपुर स्टेशन पर बाहरी वेंडरों द्वारा पेंट्रीकार के कर्मियों की पिटाई करने की घटना इस आशंका को बल दे रही है।

ट्रेन्स का प्लेटफॉर्म बिना वजह के नहीं बदला जाता। ऑपरेशन की वजहों के चलते उचित समय पर ट्रेनों का प्लेटफॉर्म बदला जाता है जिसकी सूचना लगातार प्रसारित की जाती है।

आरपी चतुर्वेदी, सीएएम

कैंट स्टेशन

स्टेशन पर इनका बदला प्लेटफॉर्म

-अमृतसर एक्सप्रेस प्लेटफॉर्म नंबर पांच की बजाए चार पर आई

-बुद्ध पूर्णिमा एक्सप्रेस प्लेटफॉर्म नंबर छह की बजाए सात पर आई

-गोरखपुर-एलटीटी एक्सप्रेस प्लेटफॉर्म नंबर चार की बजाय पांच पर आई

-डाउन गंगा-सतलज एक्सप्रेस प्लेटफॉर्म नौ की बजाए आठ पर आई

-गोंडिया-बरौनी एक्सप्रेस प्लेटफॉर्म पांच नंबर की बजाए आठ पर आई

-अप गंगा-सतलज एक्सप्रेस प्लेटफॉर्म नंबर चार की बजाए पांच पर आई

-कोटा-पटना एक्सप्रेस प्लेटफॉर्म नंबर चार की बजाए पांच पर आई

-जनसाधारण एक्सप्रेस प्लेटफॉर्म नंबर आठ की बजाए पांच पर आई

-स्वतंत्रता सेनानी एक्सप्रेस प्लेटफॉर्म नंबर दो की बजाए एक पर आई

-लखनऊ-वाराणसी पैसेंजर प्लेटफॉर्म नंबर आठ की बजाए सात पर आई

-श्रमजीवी एक्सप्रेस प्लेटफॉर्म नंबर नौ की बजाए आठ पर आई

-वाराणसी-इलाहाबाद पैसेंजर प्लेटफॉर्म नंबर तीन की बजाए एक पर आई

-इलाहाबाद-मऊ डेमू प्लेटफॉर्म नंबर तीन की बजाए एक पर आई

-सुल्तानपुर- वाराणसी पैसेंजर प्लेटफॉर्म नंबर आठ की बजाए पांच पर आई

-दरभंगा-एलटीटी पवन एक्सप्रेस प्लेटफॉर्म नंबर एक की बजाए दो पर आई

-चौरी चौरा एक्सप्रेस प्लेटफॉर्म नंबर एक की बजाए दो पर आई

-गोरखपुर इंटरसिटी एक्सप्रेस प्लेटफॉर्म नंबर दो की बजाए एक पर आई

-सुल्तानपुर-वाराणसी पैसेंजर प्लेटफॉर्म नंबर आठ की बजाए चार पर आई

-फरक्का एक्सप्रेस प्लेटफॉर्म नंबर नौ की बजाए पांच पर आई