-कैंट स्टेशन पर जल्द दूर होगी वॉटर की क्राइसिस, जलकल

-नये DRM ने जाना यात्री सुविधा का हाल

VARANASI

कैंट रेलवे स्टेशन पर वॉटर क्राइसिस की समस्या जल्द दूर की जाएगी। आवश्यकता पड़ी तो रेलवे जलकल संस्थान से वॉटर टैंकर खरीदेगा। गर्मी के मौसम में पैसेंजर्स को किसी प्रकार की समस्या का सामना न करना पड़े, इसके लिए रेल प्रशासन की ओर से प्लेटफॉर्म और स्टेशन परिसर में मुकम्मल व्यवस्था की जाएगी। यह जानकारी नॉर्दन रेलवे लखनऊ मंडल के नये डीआरएम सतीश कुमार ने दी। वह शनिवार को कैंट स्टेशन पर चल रहे विकास कार्यो का इंस्पेक्शन करने पहुंचे थे। इस दौरान मीडिया पर्सस से बातचीत में डीआरएम ने कहा कि रेलवे मंत्रालय का फोकस पूरी तरह से कैंट स्टेशन पर चल रहे विकास कार्यो पर है। पूरे मंडल के लिए दो हजार करोड़ रुपये का प्रपोजल है। इस दौरान उन्होंने स्थानीय अधिकारियों से स्टेशन कैंपस में पैसेंजर्स के लिए पेयजल की उपलब्धता पर चर्चा करने के बाद उन्हें पानी खरीदने का सुझाव दिया।

क्8 किमी बिछेगी रेल लाइन

सुल्तानपुर- लखनऊ रेल ट्रैक पर प्रस्तावित डबलिंग का काम जल्द ही पूरा होगा। सुल्तानपुर और खारीपुर के बीच फ्भ् और भ्9 किमी रेल लाइन बिछाने का काम अभी बाकी है। लेकिन अप्रैल के अंत तक क्8 किमी तक रेल लाइन बिछाने का काम पूरा कर लिया जाएगा। डीआरएम ने कहा कि उम्मीद है कि डबलिंग का कार्य पूरा हो जाने के बाद इस रूट की ट्रेनों को रफ्तार मिलेंगी।

ठेकेदार पर होगी कार्रवाई

कैंट स्टेशन पर निरीक्षण के दौरान डीआरएम जनरल काउंटर स्थित पे एंड यूज शौचालय का हाल जानने पहुंचे। उनके निकलते ही ठेकेदार के कर्मचारी ने एक यात्री से यूरिनल के नाम पर पैसा ले लिया। पैसेंजर ने इसकी शिकायत मौके पर मौजूद चीफ एरिया मैनेजर से कर दी। कर्मचारी को फटकार लगाते हुए चीफ एरिया मैनेजर रवि प्रकाश चतुर्वेदी ने साथ चल रहे सीएमआई को ठेकेदार के खिलाफ जुर्माना लगाने का निर्देश दिया।

बाक्स

नहीं सूखेगी हलक

-मंडुवाडीह, सिटी स्टेशन सहित उत्तर जोन के चिन्हित स्टेशनों पर लगेगी वॉटर वेंडिंग मशीन

पैसेंजर्स को शुद्ध पेयजल उपलब्ध कराने के लिए ख्ब् रेलवे स्टेशनों पर वॉटर वेंडिंग मशीन लगाने की योजना है। इसके बाद सफर के दौरान स्टेशन पर उतरे यात्रियों की बोतल सिर्फ एक रुपये में भर जाएगी। आईआरसीटीसी की इस योजना के तहत मंडुवाडीह, वाराणसी सिटी व सारनाथ सहित उत्तर जोन के चिन्हित स्टेशनों पर वॉटर वेंडिंग मशीन लगाई जाएंगी। आईआरसीटीसी के स्थानीय मैनेजर संदीप शुक्ला के अनुसार मशीन लगाने की जिम्मेदारी स्वजल प्राइवेट लिमिटेड को दी गयी है।