-4 दिन से हॉस्पिटल में है एडमिट, अभी पूरा मेडिकल होना बाकी

-पुलिस जल्द लगाएगी चार्जशीट, पुलिस की सतर्कता से पकड़ा गया था मामला

BAREILLY: किला में 9 वर्षीय रेप पीडि़त मासूम बच्ची ने अभी भी कुछ खा पी नहीं रही है। उसे डिस्ट्रिक्ट हॉस्पिटल में एडमिट हुए 4 दिन हो गए हैं। उसकी हालत में सुधार तो जरूर आया है लेकिन बच्ची अभी भी घबरायी हुई है और अपने साथ हुई घिनौनी वारदात बयां नहीं कर पा रही है। अभी एक्सरे होगा और फिर सप्लीमेंट्री रिपोर्ट मिलेगी। वहीं दूसरी ओर पुलिस आरोपी के खून से सने कपड़े फोरेंसिक जांच के लिए भेजेगी, ताकि वह सबूतों के अभाव में किसी भी हालत में बच न सके। पुलिस पूरे मेडिकल डॉक्यूमेंट मिलने के बाद जल्द ही चार्जशीट दाखिल कर देगी।

19 अप्रैल को हुई थी वारदात

बता दें कि 19 अप्रैल को किला निवासी 9 वर्षीय मूक बच्ची से पड़ोसी भूपराम ने रेप किया था। बच्ची के ब्लीडिंग होने पर भूपराम ने बच्ची के परिजनों को झूला झूलते वक्त गिरने से चोट लगने की कहानी रची थी। बच्ची को परिजनों ने डिस्ट्रिक्ट हॉस्पिटल में एडमिट कराया था। यहां पर डॉक्टर ने बच्ची से रेप की आशंका जताते हुए पुलिस बुलाई थी, लेकिन परिजनों ने पड़ोसी पर भरोसा करते हुए सिर्फ गिरने से चोट की बात कही थी। दूसरे दिन बच्ची की बड़ी बहन की शादी थी। रात में एक बार फिर से बच्ची के भाई ने पुलिस को बुलाया था, लेकिन पिता ने रेप की बात से इनकार कर दिया था। जिससे पुलिस उलझन में फंस गई थी। लेकिन उसके बाद पुलिस ने सतर्कता दिखाते हुए आरोपी को पकड़ लिया, जहां उससे सख्ती से पूछताछ पर वह गुनाह कबूल लिया था। उसके बाद उसके खून से सने कपड़े भी बरामद हो गए थे।

मेडिकल में होती है देरी

रेप पीडि़ता के केस में सुप्रीम कोर्ट के सख्त निर्देश हैं कि रेप पीडि़ता का तत्काल मेडिकल की प्रक्रिया पूरी की जाए लेकिन ऐसा नहीं हो रहा है। मासूम बच्ची से रेप का प्राइमरी मेडिकल सैटरडे को हो गया है लेकिन अभी पूरी मेडिकल प्रक्रिया में समय लगेगा। संडे को छुट्टी होने की वजह से उसका एक्सरे नहीं हो सका। अब मंडे को एक्सरे किया जाएगा। वहीं अभी सप्लीमेंट्री रिपोर्ट भी नहीं मिली है। ऐसा लगभग सभी केस में होता है। कई बार तो अधिकारियों से शिकायत करने के बाद पूरी मेडिकल रिपोर्ट तैयार होती है।

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एसएसपी करेंगे बच्चियों से रेप की मॉनिटरिंग

एडीजी ने सभी जोन के एसएसपी को जारी किए सख्त निर्देश

12 वर्ष से कम उम्र की बच्चियों के साथ रेप या हत्या की वारदातों की मॉनिटरिंग एसएसपी स्वयं करेंगे। एडीजी प्रेम प्रकाश ने जोन के सभी एसएसपी व एसपी को सख्त आदेश जारी किया है कि इस तरह के केस में कोई भी लापरवाही न बरती जाए। एडीजी के आदेश के मुताबिक वारदात होने से लेकर चार्जशीट लगने तक एसएसपी केस की डेली मॉनिटरिंग करेंगे। यही नहीं पुलिस पूरी कोशिश करेगी कि कोर्ट में भी केस का जल्द से जल्द निस्तारण हो ताकि आरोपी को सजा मिल सके। पाक्सो एक्ट के कानून में संशोधन में भी 12 वर्ष से कम उम्र की बच्ची से रेप में फांसी की सजा के साथ-साथ अन्य के साथ रेप में भी सख्त सजा के प्रावधान किए गए हैं।