- बीकेटी के चंद्रिका देवी मंदिर इलाके की घटना

- एक आरोपी को पुलिस ने दबोचा

LUCKNOW:

रविवार की शाम बीकेटी एरिया में शौच के लिये गई किशोरी के साथ दो युवकों ने गैंगरेप की घटना को अंजाम दिया और विरोध करने पर उसे झाडि़यों में कई मीटर तक घसीटा। जिससे वह लहूलुहान होकर अचेत हो गई। बेटी की तलाश में निकले पिता ने उसकी यह हालत देख पुलिस को सूचना दी। मौके पर पहुंची पुलिस ने पीडि़ता को इलाज के लिये हॉस्पिटल में एडमिट कराया। पुलिस ने एफआईआर दर्ज कर एक आरोपी को अरेस्ट कर लिया है।

खेत में पकड़ा

बीकेटी स्थित चंद्रिका देवी मंदिर इलाके में रहने वाले राम किशोर (बदला नाम) चाट का ठेला लगाते हैं। रविवार शाम उनकी 16 वर्षीया बेटी सीमा (बदला नाम) शौच के लिये गांव के बाहर खेत में गई थी। एसपी ग्रामीण सतीश कुमार के मुताबिक, इसी दौरान खेत में अकेला पाकर गांव में ही रहने वाले अनुज सिंह व उसके साथी ने सीमा को दबोच लिया। सीमा ने बचाव के लिये शोर मचाया तो आरोपियों ने उसके मुंह में कपड़ा ठूंस दिया और कपड़े फाड़ डाले। फिर बारी-बारी से उसके संग रेप कर डाला।

पार कर दी दरिंदगी की हद

आरोपियों ने दरिंदगी की हद पार कर डाली। उन्होंने रेप के बाद सीमा के मुंह से कपड़ा निकाला तो उसने बचाव के लिये शोर मचाना शुरू कर दिया। इससे नाराज आरोपियों ने उसे उसे कई मीटर तक झाडि़यों में घसीटा। जिससे सीमा की चमड़ी तक उधड़ गई और उसके शरीर में कई जगह से खून रिसने लगा। जिससे वह अचेत हो गई। इसके बाद दोनों आरोपी मौके से फरार हो गए। एक घंटे तक घर वापस न लौटने पर पिता राम किशोर बेटी सीमा को तलाशने लगे। इसी दौरान गांव के बाहर खेत के किनारे झाडि़यों में सीमा की चप्पल व डिब्बा दिखाई दिया। यह देख राम किशोर अनहोनी की आशंका में जोर-जोर से चीखने लगा।

पुलिस ने पहुंचाया हॉस्पिटल

शोर सुनकर पहुंचे ग्रामीणों ने आसपास तलाश की तो सीमा अचेत हालत में पड़ी मिली। ग्रामीणों ने पुलिस को घटना की सूचना दी। जानकारी मिलने पर पहुंची पुलिस ने पीडि़ता को आनन-फानन हॉस्पिटल पहुंचाया। होश में आने पर सीमा ने अनुज व उसके साथी की करतूत को बयान किया। जिसके बाद हरकत में आई पुलिस ने आरोपी अनुज सिंह को अरेस्ट कर लिया।

पुलिस की कार्यशैली पर उठे सवाल

घटनास्थल से पुलिस चौकी महज 200 मीटर दूर है। ग्रामीणों का आरोप है कि चौकी पर तैनात इंचार्ज व पुलिसकर्मी कभी भी इलाके में गश्त नहीं करते। वे सिर्फ मंदिर के आसपास लगने वाली दुकानों से वसूली में लिप्त रहते हैं। यही वजह है कि इलाके में चोरी, छेड़खानी जैसी घटनाएं आम हो चुकी हैं। पर, वारदात के बाद पुलिस उनकी एफआईआर तक नहीं दर्ज करती और उन्हें थाने से दुत्कार कर भगा दिया जाता है।