47 डिग्री टेम्परेचर में उबले पेशेंट, सीएम के जाते ही हट गए टेंट हाउस से मंगाए गए कूलर

CM के जाते ही SRN से सरकारी दवाएं मिलना हुई बंद

ALLAHABAD: मंडल का सबसे बड़ा एसआरएन हॉस्पीटल संडे को चमक रहा था। सभी वार्डो में कूलर के सामने व पंखा के नीचे मरीज सुकून से लेटे हुए थे। यह सीन क्रिएट किया गया था ताकि सीएम की भौहें न तने। कोई मरीज डॉक्टरों के साथ व्यवस्था की पोल न खोल दे। सीएम के आने से पहले क्रिएट किया गया यह प्लाट सीएम के जाते ही उजाड़ दिया गया। सीएम हवा में उड़े और कूलर टेंट हाउस वाले उठा ले गए। सोमवार को ही वेल मेंटेन व्यवस्था अस्त-व्यस्त हो गई। मरीजों का सुकून 47 डिग्री टेम्परेचर के बीच बेचैनी में तब्दील हो गया। सोमवार को दैनिक जागरण आई नेक्स्ट ने रियलिटी चेक किया तो यही सच सामने आया।

चंद घंटों में भूले सीएम का आदेश

संडे को निरीक्षण के दौरान सीएम योगी आदित्यनाथ को एसआरएन का जो सीन दिखाया था। उससे सीएम प्रभावित हुए थे। जिन मरीजों से उन्होंने बात की उनके पास दवा स्टॉक में थी। डॉक्टरों ने कई बार उनका हाल चाल पूछा था। जिस पर सीएम ने जिलाधिकारी के साथ ही एसआरएन के अधिकारियों को ऐसी व्यवस्था हमेशा के लिए मेंटेन रखने का आदेश दिया था। यह रीयल सीन था नहीं तो सीएम के जाते ही कहानी बदल गई। संडे को 48.5 डिग्री टेम्परेचर होने के बाद एसआरएन के अर्थो वार्ड में भर्ती पेशेंट्स को ज्यादा गर्मी का एहसास नहीं हुआ था। क्योंकि, सीएम को दिखाने के लिए करीब 20 कूलर वार्डो में लगाए गए थे। सीएम के जाते ही कीडगंज के जायसवाल टेंट हाउस से मंगाया गया कूलर वापस लौटा दिया गया। मेजा तहसील के लेटार गांव निवासी श्यामू रविवार संडे को कूलर की ठंडी हवा ले रहे थे। मंडे को वह गर्मी से बेहाल रहे। बेड नंबर 15 पर लेटे जगतपुर के लक्ष्मण सिंह भी गर्मी से परेशान दिखे। संडे को डॉक्टर और नर्स जहां कई राउण्ड लगाने के साथ पेशेंट का हाल-चाल पूछ रहे थे। वह मंडे को बुलाने पर भी नहीं आए।

हार्ट की जांच के लिए 1500 रुपये मांग रहे हैं। पहले जांच के लिए 300 रुपये लिए थे। 21 अप्रैल को मरीज भर्ती किया था। दो महीने में केवल दो बार दवा मिली वह भी इसलिए कि मुख्यमंत्री को आना था। बाकी दिन दवाएं बाहर से खरीद कर लानी पड़ी हैं। सोमवार को भी दवा नहीं मिली।

-राकेश कुमार

बलरामपुर, बरेठी

दस दिन से मां धनपति मिश्रा को एसआरएन में एडमिट कराया है। इलाज तो चल रहा है, लेकिन दवा बाहर से ही लानी पड़ रही है। भीषण गर्मी में हालत खराब है। संडे को वार्ड में कई कूलर लगाए गए थे। मुख्यमंत्री के जाने के बाद कूलर हटा दिए गए।

-विनय कुमार

बेलवा, जारी

23 अप्रैल से अर्थो वार्ड में एडमिट हैं। केवल दो दिन ही दवा हॉस्पीटल से मिली। वह भी शनिवार और रविवार को। बाकी दिन दवाएं बाहर से ही लानी पड़ रही हैं। पर डे हजारों रुपया खर्च हो रहा है। रविवार को हॉस्पीटल से दवा मिली। आज से फिर बंद कर दी गई।

-सत्यावती पांडेय

नूरी गांव, लालापुर

कल जब सीएम आए तो रात में सफाई व्यवस्था की गई और कूलर लगाए गए। उनके जाने के दो घंटे बाद कूलर हटा दिया गया। बताया गया कि कूलर टेंट हाउस से मंगाया गया था। दो महीने से मरीज को लेकर भर्ती हैं। कोई दवा नहीं मिली। 48 डिग्री टेम्परेचर पहुंचा तो कूलर हटा दिया गया।

राहुल श्रीवास्तव

मैं पिछले करीब 20 दिन से अपनी बेटी को लेकर हॉस्पीटल में एडमिट हूं। अब तक दवा के नाम पर हजारों रुपये खर्च कर चुका हूं। सभी दवाएं बाहर से मंगाई जा रही हैं। संडे को सीएम को आना था, इसलिए शनिवार की रात से व्यवस्था बदली। संडे की रात से फिर पहले जैसी व्यवस्था है।

मान सिंह यादव

कौशाम्बी

कल तक जो शौचालय चकाचक था। चमक रहा था आज उसमें पानी तक नहीं है। इतनी गंदगी है कि पूछिये ही मत। सीएम के आने से पहले सफाई की गई थी। यही नहीं अब दवाएं भी नहीं मिल रही हैं।

रामनरेश यादव

लालापुर