BAREILLY/MEERGANJ: यह तस्वीर फतेहगंज पश्चिमी के भाखड़ा पुल की है। गोद में तीन साल की मासूम बेटी को लिए यह घायल महिला पुल से गुजरने वाली हर गाड़ी के सवारों से गुहार करती रही। गुहार, रोडवेज बस से कुचल दिए गए अपने पति के शव को हॉस्पिटल तक ले जाने में मदद करने की। वह लोगों के हाथ जोड़ती रही, गिड़गिड़ता रही, चीखती रही। सैकड़ों इंसान उसके पति के कुचले शव के दोनों ओर से गुजरते रहे। कई ने अपनी गाडि़यां धीमी की। कई रुके भी। किसी ने मोबाइल से वीडियो भी शूट किया, लेकिन कोई उसकी मदद को आगे नहीं आया। दम तोड़ती इंसानियत का यह नंगा नाच आधा घंटा चलता रहा। आखिर महिला का सब्र जवाब दे गया और उसने एक बाइक सवार की शर्ट पकड़कर रोक ही लिया। उससे गुहार की, 'कम से कम पुलिस को तो बुला दो' तब जाकर उस युवक ने पुलिस को बुलाया। महिला के मायके फोन किया। आखिरकार करीब एक घंटे बाद पुलिस की जीप पहुंची। वह भी फतेहगंज पश्चिमी थाने की नहीं बल्कि मीरगंज थाने की। मीरगंज थाना इंस्पेक्टर दलवीर सिंह मौके पर ही थे, तब जाकर फतेहगंज पश्चिमी की थाना पुलिस पहुंची। इसके बाद ही महिला के पति को कफन नसीब हुआ। पोस्टमार्टम के लिए शव बरेली भेज दिया गया। महिला को बच्ची के साथ इलाज के लिए बरेली डिस्ट्रिक्ट हॉस्पिटल भेजा गया। फिलहाल दोनों खतरे से बाहर हैं, लेकिन उनकी दुनिया उजड़ चुकी है। मरती इंसानियत के इस आलम ने उसके दर्द और बढ़ा दिया। पति के खून के सने कपड़ों में लिपटी इस महिला ने जब यह दास्तां सुनाई तो फूट-फूट कर रोने लगी।

 

बाल-बाल बची बेटी

रामपुर मिलक के गांव पशुपुरा निवासी प्रेमपाल 28 वर्षीय मजदूरी करता था। प्रेमपाल के परिवार में पत्‌नी लौंगश्री, बेटी आरती 5 वर्ष और काजल 3 वर्ष हैं। पत्नी लौंग श्री के भाई करन का बेटा सुरजीत बरेली के हॉस्पिटल में एडमिट था। इसीलिए प्रेमपाल पत्नी लौंग श्री और बेटी काजल के साथ बाइक से संडे सुबह बरेली आ रहा था। बड़ी बेटी आरती को घर पर छोड़ दिया था। रास्ते में जैसे ही उसकी बाइक फतेहगंज पश्चिमी के भाखड़ा पुल पर पहुंची तभी सामने से आ रही रोडवेज ने ओवरटेक करने के चक्कर में उसकी बाइक को टक्कर मार दी। टक्कर लगते ही प्रेमपाल की बाइक गिर गई और बाइक से छिटक कर प्रेमपाल और उसकी बेटी बस के आगे जा गिरे जबकि महिला दूसरी तरफ जा गिरी। प्रेमपाल बस के पहिए के नीचे आ गया और उसका सिर कुचल गया जिससे उसकी मौके पर ही मौत हो गई। जबकि 3 वर्षीय काजल को उसकी मां ने फ्रॉक पकड़कर खींच लिया, जिससे वह बाल-बाल बच गई। हादसे में काजल और लौंग श्री को भी चोटें अाई हैं।

 

भतीजे को देखने के लिए जा रही थी बरेली

घायल महिला लौंग श्री ने बताया कि भाई करन के बेटे सुरजीत को चार दिन पहले डायारिया हो गया था। वह डिस्ट्रिक्ट हॉस्पिटल में एडमिट है। उसे देखने के लिए वह बेटी काजल और पति के साथ बाइक से आ रही थी। रास्ते में उसे मायके भी जाना था लेकिन इससे पहले ही भाखड़ा पुल पर हादसा हो गया। सूचना मिलते ही महिला के मायके वाले भी मौके पर पहुंच गए।

 

मजदूरी करके चलाता था परिवार

प्रेमपाल की पत्नी ने बताया कि उसके परिवार में दो बेटियां हैं जिसमें एक पांच वर्ष की आरती दूसरी 3 वर्ष की काजल है। प्रेमपाल मजदूरी करके ही परिवार को पालता था। अब उसके परिवार में कोई परिवार को चलाने वाला नहीं बचा है। अब वह बेटियों को कैसे पालेगी। परिजनों ने बताया कि प्रेमपाल की वर्ष 2008 में शादी हुई थी।